नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार पर 2,161 करोड़ रुपये का शराब घोटाला करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि शराब की बिक्री पर प्रदेश को मिलने वाली ड्यूटी की इस बड़ी लूट का हिस्सा राज्य में सरकार चला रहे नेताओं के पास भी जाता था।
प्रसाद ने कांग्रेस पर छत्तीसगढ़ को एटीएम की तरह इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस घोटाले के लिए जिम्मेदार बताया। भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए प्रसाद ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में प्राइवेट प्लेयर्स को अनुमति नहीं है और आठ सौ आउटलेट से ही शराब बेचा जाता है। इससे बेचे जाने वाले शराब की बिक्री पर प्रदेश को ड्यूटी मिलती है। लेकिन, एक सिंडिकेट बनाकर फर्जीवाड़ा कर सरकार को मिलने वाले 2,161 करोड़ रुपये लूट लिए गए।
उन्होंने कहा कि इस लूट का एक बड़ा हिस्सा प्रदेश में सरकार में शामिल राजनीतिक लोगों को जाता था और कल जांच के बाद इस मामले में एक व्यापक शिकायत कोर्ट के सामने फ़ाइल की गई है। 1300 पेज की रिपोर्ट है और पूरे सबूत हैं। प्रसाद ने इस लूट का मास्टरमाइंड अनवर ढेबर को बताते हुए दावा किया कि ढेबर कांग्रेस नेता और रायपुर के मेयर एजाज ढेबर का भाई है और यह एजाज ढेबर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बहुत नजदीकी हैं।
उन्होंने इस घोटाले के लिए सीधे-सीधे राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जिम्मेदार बताते हुए आरोप लगाया कि राज्य में मुख्यमंत्री से आशीर्वाद प्राप्त लोगों द्वारा राज्य के कोष की भयंकर लूट की गई और इतनी बड़ी लूट सरकार के प्रत्यक्ष आशीर्वाद के बिना संभव ही नहीं है।
घोटाले के बारे में विस्तार से बताते हुए प्रसाद ने कहा कि छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा राज्य में शराब का प्रबंधन और मॉनिटिरिंग की जाती है। अनवर ढेबर ने प्रदेश के आठ सौ आउटलेट पर अपने लोगों को तैनात करवाकर इन लोगों की मदद से डुप्लीकेट होलोग्राम बनाया और उससे अवैध देशी और विदेशी शराब बेची गई। जांच एजेंसी के अनुसार अनवर ढेबर अपने लिए कमीशन का 15 प्रतिशत रख लेते थे और बाकी जो बचता था, वो सत्तासीन राजनेताओं को चला जाता था।
प्रसाद ने छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के साथ-साथ आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि शराब के माध्यम से अवैध कमाई आजकल विपक्षी सरकारों का महत्वपूर्ण औजार बन गया है। नैतिकता की बात करने वाले दिल्ली सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री इसी मामले में जेल में हैं और 4 बार उनकी जमानत खारिज हो चुकी है।
–आईएएनएस
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