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Home ताज़ा समाचार

दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एसओएल में परीक्षा विभाग बनाने की मांग की

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July 6, 2023
in ताज़ा समाचार
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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

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दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

–आईएएनएस

जीसीबी/एसजीके

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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

–आईएएनएस

जीसीबी/एसजीके

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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

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प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

–आईएएनएस

जीसीबी/एसजीके

नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

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प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

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प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

–आईएएनएस

जीसीबी/एसजीके

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नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की विभिन्न शैक्षणिक मांगों को लेकर दिल्ली विश्‍वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने की मांग की है।

प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि एसओएल के विद्यार्थियों को लम्बे समय से परीक्षाओं एवं परीक्षा परिणाम से सम्बंधित विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिस हेतु अभाविप ने एसओएल का एक अलग परीक्षा विभाग बनाये जाने की मांग भी प्रशासन से की है।

दिल्ली विश्‍वविद्यालय से संबद्ध एसओएल दूरस्थ शिक्षा का केंद्र है, जिसमें एक बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं अध्य्यन करते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि प्रशासन की लापारवाही के कारण इसमें पढ़ने वाले छात्रों को अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्ञात हो की एनसीवेब, एवं रेगुलर संस्थानों के प्रथम सेमेस्टर का परिणाम घोषित हुए दो हफ्ते से ऊपर हो चुका है, जबकि एसओएल के पहले सेमेस्टर के परिणाम अभी तक घोषित नहीं किये गए हैं। इसी प्रकार छठे सेमेस्टर के परिणाम भी अधर में अटके हैं जबकि सभी संस्थानों में पोस्ट ग्रेजुएशन के एडमिशन शुरू हो गए हैं। यदि समय पर रिजल्ट नहीं आया तो छठे सेमेस्टर के छात्र आगे पोस्ट ग्रेजुएशन में प्रवेश लेने से वंचित रह जायेंगे, और उनका साल खराब हो जाएगा।

छात्रों ने आरोप लगाया कि यहां परीक्षाओं से एक या दो दिन पहले ही एडमिट कार्ड जारी होते हैं, जिससे भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। जारी परीक्षा परिणामों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं रहती हैं जिन्हें छात्र को स्वयं भाग दौड़ करके ठीक करवाना पड़ता हैं। इस प्रकार की अनेकों समस्याओं का सामना छात्रों को करना पड़ रहा है। छात्रों का कहना है की दिल्ली विश्वविद्यालय के रेगुलर संस्थानों से अधिक विद्यार्थी एस ओ एल में हैं बावजूद इसके एसओएल में कोई अलग परीक्षा विभाग न होने से भी ऐसी समस्याएं हो रही है।

अभाविप ने एसओएल में एक अलग परीक्षा विभाग बनाए जाने की भी मांग एसओएल प्रशासन से की है। अभाविप ने इन समस्याओं पर संज्ञान लेते हुए एसओएल मेन गेट से लेकर एक्जामिनेशन डिपार्टमेंट तक मार्च निकाल कर एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के सामने विशाल विरोध प्रदर्शन किया। एग्जामिनेशन ओ.एस.डी अजय अरोड़ा को ज्ञापन सौंपकर सेमेस्टर रिजल्ट को जल्द से जल्द घोषित करने, रिजल्ट में आ रही गड़बड़ियों को ठीक करने, परीक्षा में आ रही समस्यायों के निराकरण के लिए एक अलग एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की स्थापना करने तथा फेल हुए छात्रों के लिए स्पेशल एग्जाम करवाने की मांग की गई।

प्रदर्शन के दौरान उपस्थित एसओएल इकाई के राज आनंद ने कहा कि एसओएल में दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र भारी संख्या में पढ़ने आते हैं लेकिन प्रशासन की लापारवाही तथा ढुलमुल रवैये के कारण विभिन्न शैक्षणिक समस्याओं से जूझते रहते हैं। इससे वे पढ़ाई को नियमित तथा सुचारु रूप से जारी नहीं रख पाते हैं, इन्हीं सब समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदर्शन कर अपनी मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा तथा जल्द से जल्द मांगों को मानने की मांग की।

–आईएएनएस

जीसीबी/एसजीके

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