जेनिन, 9 जुलाई (आईएएनएस)। इस सप्ताह की शुरुआत में शहर पर बड़े पैमाने पर इजरायली सैन्य हमले के बाद विदेशी राजनयिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तरी वेस्ट बैंक स्थित शहर जेनिन और उसके शरणार्थी शिविरों का दौरा किया है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी ने शनिवार को 30 राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल के लिए एक दौरे का आयोजन किया। कई घंटे तक चले इस दौरे में अधिकांश राजनयिक यूरोपीय देशों से थे।
इजरायली सेना ने 3 जुलाई को फिलिस्तीनी आतंकवादियों पर नकेल कसने के लिए जेनिन क्षेत्र में दो दिवसीय बड़े सैन्य अभियान को अंजाम दिया था। हमले में 12 फ़िलिस्तीनी और एक इज़रायली सेना अधिकारी की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए।
राजनयिकों ने शरणार्थी शिविर का दौरा किया और उन घरों और बुनियादी ढांचे को देखा जो इजरायली हमले के दौरान नष्ट हो गए थे।
फ़िलिस्तीन में यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि, स्वेन कुन वॉन बर्ग्सडॉर्फ ने संवाददाताओं से कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने “जो नुकसान हुआ उसे देखने के लिए और जो कुछ हुआ उसके बारे में राजनयिक मिशनों की सभी राजधानियों को रिपोर्ट सौंपने के लिए जेनिन का दौरा किया”।
उन्होंने कहा, “इस यात्रा का उद्देश्य शिविर में रह रहे लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करना है, जिनकी हर हाल में रक्षा की जानी चाहिए, विशेषकर बच्चों और परिवारों की।”
उन्होंने “फिलिस्तीनी प्राधिकरण को वित्तीय और राजनीतिक सहायता प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि वह जेनिन और उसके शिविर में प्रभावी ढंग से काम कर सके”।
बर्ग्सडॉर्फ ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुपालन के प्रति इज़राइल की प्रतिबद्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय करने का आह्वान किया।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जनवरी के बाद से फिलिस्तीनियों द्वारा किए गए हमलों में 26 लोग मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश इजरायली हैं। वहीं बच्चों और महिलाओं सहित 190 फिलिस्तीनियों को इजरायली सैनिकों और बसने वालों ने मार डाला है।
–आईएएनएस
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