बेल्लारी (कर्नाटक), 11 जुलाई (आईएएनएस)। भारत की पहली विश्व जूडो चैंपियन, लिनथोई चनंबम ने यहां इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट में हाल ही में समाप्त हुई राष्ट्रीय कैडेट यूथ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
पिछले साल, चनंबम ने 57 किलोग्राम महिला स्पर्धा में साराजेवो में 2022 विश्व जूडो कैडेट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था और विश्व चैंपियनशिप के किसी भी आयु वर्ग में पहली भारतीय पदक विजेता बनीं थीं।
चनंबम ने अपने नए 63 किलोग्राम लड़कियों के भार वर्ग में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक हासिल किया, जिसमें उन्होंने वर्ष की शुरुआत से ही प्रतिस्पर्धा करना शुरू कर दिया है।
मणिपुर की 17 वर्षीय जुडोका ने कहा, ”इस प्रतियोगिता ने मुझे अगस्त में क्रोएशिया के ज़ाग्रेब में होने वाली विश्व चैंपियनशिप से पहले खुद को परखने का मौका दिया। उम्मीद है कि मैं इस टूर्नामेंट से मिली लय को वहां बरकरार रख सकूंगी।”
लिनथोई के अलावा, अपने संबंधित भार वर्ग में अन्य स्वर्ण पदक विजेता हैं: माया (40 किग्रा), युविका टोकस (44 किग्रा), शिवानी गोचर (48 किग्रा), नुंगशिथोई एल (52 किग्रा), निकिता (57 किग्रा), पिपापति एनजी (माइनस 70 किग्रा) , कंवरप्रीत कौर (प्लस 70 किग्रा)।
लड़कों के वर्ग में, भारत के एशियाई खेलों के संभावित खिलाड़ी यश विजयरन ने प्लस 90 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीता।
“मैं इस टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक हासिल करने से बहुत खुश हूं। इस प्रतियोगिता में मेरा प्रदर्शन मुझे आत्मविश्वास से भर देता है। इससे यह भी पता चलता है कि मैंने अपने आईआईएस प्रशिक्षकों की बदौलत कितना सुधार किया है। यहां बेल्लारी केंद्र में प्रतिस्पर्धा करना भी अद्भुत था। जो घर से दूर मेरा घर बन गया है। मैं अब एशियाई खेलों में देश के लिए शानदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रहा हूं।”
अन्य भार वर्गों के विजेता हैं: प्रिंस (50 किग्रा), अनुराग सागर (55 किग्रा), स्पर्श सिंह (60 किग्रा), वांग्होई एम (66 किग्रा), हितेश कुमार गुलिया (73 किग्रा), साजन (81 किग्रा), प्रखर सिंह (माइनस 90 किग्रा) ), एम वांगथोई (66 किग्रा)।
7 से 9 जुलाई तक आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय बैठक में देश के कोने-कोने से कुल 412 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
–आईएएनएस
आरआर