गुरुग्राम, 16 जुलाई (आईएएनएस)। गुरुग्राम पुलिस की साइबर अपराध टीम ने शुक्रवार और शनिवार की मध्य रात को सेक्टर-27 में संचालित एक अवैध कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है।
पुलिस ने बताया, कॉल सेंटर के जरिए ज्यादातर तकनीकी सहायता प्रदान करने के बहाने अमेरिकी नागरिकों को धोखा दिया जाता था। इंस्पेक्टर जसबीर के नेतृत्व में साइबर अपराध पुलिस स्टेशन (पूर्व) की एक टीम ने एक गुप्त सूचना के बाद सेक्टर-27 के मकान नंबर-291 से चलाए जा रहे कॉल सेंटर पर छापा मारा।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने मालिक अजय उर्फ मोहित, सौरभ कुमार, कृष्ण पाठक और रवि त्यागी को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान टीम ने मौके से चार लैपटॉप, चार मोबाइल फोन और अन्य गैजेट जब्त किए।
एसीपी (अपराध) वरुण दहिया ने कहा कि हमें जानकारी मिली कि एक फर्जी कॉल सेंटर ने तकनीकी सहायता प्रदान करने के बहाने कई अमेरिकी नागरिकों को धोखा दिया। ये युवा कॉल सेंटर में कार्यरत थे, जो दूरसंचार विभाग द्वारा जारी लाइसेंस के बिना संचालित किया जा रहा था।
आगे कहा कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि वे डायलर/एक्स-लाइट एप्लिकेशन की मदद से अमेरिकी नागरिकों को अमेजन, एप्पल, कैश ऐप और ज़ेले के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करने से लेकर टेक्स्ट संदेश भेजते थे और ई-गिफ्ट रिडीम कार्ड के माध्यम से 300/500 डॉलर चार्ज करते थे। यह कॉल सेंटर पिछले छह महीने से चलाया जा रहा था। फर्जी कॉल सेंटर के कर्मचारियों को कॉल सेंटर संचालकों से वेतन और प्रोत्साहन राशि मिल रही थी।
अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। इसमें अन्य लोगों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है। साइबर अपराध पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है।
ज्ञात हो कि साइबर पुलिस ने पिछले दो महीनों में पांच फर्जी कॉल सेंटरों का भंडाफोड़ किया है और आरोपियों के पास से 1 लाख रुपये से अधिक नकद, 42 लैपटॉप, 28 मोबाइल फोन बरामद करने के अलावा 41 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
–आईएएनएस
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