नई दिल्ली, 18 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली में बाढ़ का पानी उतरने के बाद यमुना नदी के किनारे बसे घरों से सांप निकल रहे हैं। बाढ़ राहत शिविर के आस-पास भी कई स्थानों पर सांप मिलने की शिकायतें आई हैं। इसको देखते रैपिड रिस्पांस टीम बनाने का निर्देश दिया गया है। वन विभाग ने इसके लिए 1800118600 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।
वहीं, दिल्ली में बाढ़ और बरसात के चलते डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के पनपने का खतरा बढ़ गया है। स्कूली छात्रों को मच्छरों से बचाने की भी चुनौती है। इसके लिए दिशा निर्देश भी दिए गए हैं।
दिल्ली के वन एवं पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि बाढ़ की स्थिति से इंसानों के साथ-साथ सभी जीव-जंतुओं को भी खतरा है। लगातार पानी में रहने के कारण सांप भी संकट में हैं और अपने लिए सुरक्षित जगह तलाश रहे हैं। ऐसे में वे घरों में प्रवेश कर रहे हैं। साथ ही यमुना के किनारे राहत शिविर के आस-पास सांप मिलने से संबंधित शिकायतें आई हैं इसको लेकर वन विभाग को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
वन मंत्री ने कहा कि घरों में घुसने वाले सांपों के कारण आम लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सांपों की समस्याओं से निजात पाने के लिये वन विभाग ने निशुल्क हेल्प लाइन सेवा की शुरूआत की है। हेल्प लाइन के माध्यम से की गई शिकायत पर सर्प पकड़ने के लिये संबंधित जगहों पर विशेषज्ञों को भेजा जाएगा। यह टीम दिल्ली के सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में काम करेगी।
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान स्कूलों में मच्छरों से बचाव के उपायों को सख्ती से लागू करने और डेंगू की रोकथाम के लिए स्कूली बच्चों की मदद लेने के लिए कहा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग, एमसीडी, एनडीएमसी, दिल्ली जल बोर्ड, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, शिक्षा आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बता दें कि बच्चों को डेंगू बुखार होने की आशंका अधिक है। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शिक्षा निदेशालय और दिल्ली नगर निगम को स्कूलों में बच्चों को वेक्टर जनित बीमारियों से बचाने के लिए उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
शिक्षा निदेशालय और एमसीडी को अपने सभी स्कूलों में सुनिश्चित करना होगा कि मच्छरों के काटने और वेक्टर जनित बीमारियों को रोकने के लिए सभी स्कूली बच्चे पूरी आस्तीन के कपड़े और पूरी आस्तीन की वर्दी पहनें। इसके अलावा दिल्ली सरकार डेंगू से निपटने के लिए सरकारी स्कूली बच्चों की मदद लेगी। स्कूली बच्चे जागरूकता फैलाने और अपने घरों में कहीं पर भी स्थिर पानी एकत्रित ना होने देने के लिए डेंगू होमवर्क के जरिए अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम तभी संभव है, जब ज्यादा से ज्यादा लोग इसके प्रति जागरूक होंगे। स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि बच्चे जागरूकता फैलाने में बहुत कारगर हो सकते है।
ऐसे में एमसीडी और दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया कि डेंगू होमवर्क के नाम से स्कूली छात्रों को एक कार्ड दिया जाएगा। उस कार्ड को बच्चे अपने पेरेंट्स से भरवाएं। कार्ड के जरिए बच्चे हर हफ्ते सुनिश्चित करेंगे कि क्या उन्होंने अपने घर की पूरी चेकिंग की। उनके घर या आसपास कहीं पर भी जलभराव तो नहीं है, जिसके कारण मच्छर जनित बीमारियां पनप सके।
–आईएएनएस
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