नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा तय समय सीमा के भीतर होगी। उन्होंने कहा कि सरकार के पास बहुमत है इसलिए उसे कोई समस्या नहीं होगी।
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
उन्होंने कहा, “हम जवाब देंगे। हमें उम्मीद है कि कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हमारे पास संख्या बल है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को राज्य में मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
–आईएएनएस
एकेजे
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नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा तय समय सीमा के भीतर होगी। उन्होंने कहा कि सरकार के पास बहुमत है इसलिए उसे कोई समस्या नहीं होगी।
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
उन्होंने कहा, “हम जवाब देंगे। हमें उम्मीद है कि कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हमारे पास संख्या बल है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को राज्य में मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा तय समय सीमा के भीतर होगी। उन्होंने कहा कि सरकार के पास बहुमत है इसलिए उसे कोई समस्या नहीं होगी।
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
उन्होंने कहा, “हम जवाब देंगे। हमें उम्मीद है कि कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हमारे पास संख्या बल है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को राज्य में मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा तय समय सीमा के भीतर होगी। उन्होंने कहा कि सरकार के पास बहुमत है इसलिए उसे कोई समस्या नहीं होगी।
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
उन्होंने कहा, “हम जवाब देंगे। हमें उम्मीद है कि कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हमारे पास संख्या बल है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को राज्य में मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
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सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
उन्होंने कहा, “हम जवाब देंगे। हमें उम्मीद है कि कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हमारे पास संख्या बल है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
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सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
उन्होंने कहा, “हम जवाब देंगे। हमें उम्मीद है कि कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हमारे पास संख्या बल है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को राज्य में मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
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सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
उन्होंने कहा, “हम जवाब देंगे। हमें उम्मीद है कि कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हमारे पास संख्या बल है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
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सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
उन्होंने कहा, “हम जवाब देंगे। हमें उम्मीद है कि कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हमारे पास संख्या बल है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को राज्य में मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
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सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को राज्य में मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
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सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
उन्होंने कहा, “हम जवाब देंगे। हमें उम्मीद है कि कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हमारे पास संख्या बल है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को राज्य में मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
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सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
उन्होंने कहा, “हम जवाब देंगे। हमें उम्मीद है कि कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हमारे पास संख्या बल है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को राज्य में मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।
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सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
उन्होंने कहा, “हम जवाब देंगे। हमें उम्मीद है कि कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि हमारे पास संख्या बल है।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
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जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
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जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
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सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर तत्काल चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में जोशी ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए एक समय अवधि होती है। उस समय अवधि के भीतर चर्चा होगी।”
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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को सदन को बताया था कि उन्होंने नियम 193 के तहत कांग्रेस के गौरव गोगोई से अविश्वास प्रस्ताव मिला है।
जोशी ने विपक्षी सांसदों के हिंसा प्रभावित मणिपुर के दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें जाने दीजिए। अगर वे चर्चा करना चाहते हैं, अगर वे चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए तो इससे बेहतर कोई मंच नहीं है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।”
गौरतलब है कि 3 मई को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय झड़पें भड़क उठी थीं और तब से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर हुए हैं।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को राज्य में मौजूदा संकट के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।