बीजिंग, 29 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता थान खोफ़ेई ने जापान सरकार द्वारा पारित ‘रक्षा श्वेत पत्र- 2023’ पर संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये।
थान खोफ़ेई ने कहा कि जापान का नया “रक्षा श्वेत पत्र” चीन के अंदरूनी मामलों में घोर हस्तक्षेप करता है, चीन के सामान्य राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विकास व निर्माण और सैन्य गतिविधियों को जानबूझकर बदनाम करता है, तथाकथित चीन के खतरे को जानबूझकर बढ़ा-चढ़ाकर पेश करता है, और अपने क्षेत्र में तनाव पैदा करता है। चीन ने इस बारे में कड़ा विरोध जताया है, और इस मामले को जापान के सामने गंभीरता से उठाया है।
थान खोफ़ेई के अनुसार चीनी सेना हमेशा विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए एक मजबूत ताकत रही है। चीन ने कभी किसी को चुनौती नहीं दी, धमकी देना तो दूर की बात है। इसके विपरीत, जापान ने हाल के वर्षों में “शांति संविधान” और “विशेष रक्षा” के सिद्धांतों का उल्लंघन लगातार किया है। जापान ने तथाकथित “जवाबी हमले की क्षमता” के विकास की आड़ में रक्षा खर्च में काफी वृद्धि की। जापान सैन्य विस्तार की राह पर आगे बढ़ता जा रहा है। जिससे क्षेत्रीय और विश्व शांति, सुरक्षा और स्थिरता के लिए गंभीर चुनौतियां पैदा हुईं।
चीन अंतर्राष्ट्रीय समुद्री कानूनी शासन का मजबूत रक्षक और निर्माता है। समुद्री मुद्दों पर चीन का रुख सतत और स्पष्ट है। वर्तमान में पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में स्थिति आम तौर पर स्थिर बनी हुई है। अपने स्वार्थ के लिए, कुछ देशों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए अक्सर संबंधित जलक्षेत्रों में युद्धपोत और विमान भेजे हैं, जिससे क्षेत्रीय तनाव गंभीर रूप से बढ़ गया है। चीन-रूस रक्षा सहयोग, गुटनिरपेक्षता, गैर-टकराव और तीसरे पक्ष को गैर-लक्ष्यीकरण पर आधारित है। यह क्षेत्रीय और विश्व शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और किसी भी देश के लिए खतरा पैदा नहीं करता है।
थाईवान चीन का एक क्षेत्र है। एक-चीन सिद्धांत चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव से संबंधित है और एक दुर्गम आधार रेखा है। थाईवान मुद्दे पर जापान का चीनी लोगों के प्रति गंभीर ऐतिहासिक अपराध होता है। हाल के कई वर्षों में जापान न केवल अपने दोष समझने में विफल रहा, बल्कि चीन के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करना जारी रखा है। जापान अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन करता है, चीन और जापान के बीच चार राजनीतिक दस्तावेजों की भावना का उल्लंघन करता है और चीन-जापान संबंधों की राजनीतिक नींव को कमजोर करता है। यह बेहद गलत और खतरनाक है।
थान खोफ़ेई ने कहा कि हम जापान से इतिहास से सबक सीखने और गैर-जिम्मेदार शब्दों और कार्यों को रोकने, थाईवान और अन्य प्रमुख मुद्दों पर अपने वादे निभाने, सैन्य सुरक्षा के क्षेत्र में अपने शब्दों और कार्यों में सतर्क रहने और द्विपक्षीय संबंधों को सही रास्ते पर वापस लाने के लिए ठोस कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस