ढाका, 31 दिसम्बर (आईएएनएस)। जमात-ए-इस्लामी और उसके छात्र संगठन छत्र शिबिर के सदस्यों ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जुलूस निकालने के दौरान पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया, अधिकारी ने यह जानकारी दी।
कुल 11 जमात के उग्रवादियों को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। एक अधिकारी ने कहा, जमात-शिबिर के लोगों ने पुलिस पर ईंटें फेंकी। कानून लागू करने वालों ने उन्हें तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आंसू गैस छोड़े। बाद में मौके से कुछ लोगों को हिरासत में लेकर संबंधित थाने लाया गया।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि जमात-ए-इस्लामी ने उग्रवादी नेता डॉ. शफीक और उनके बेटे की रिहाई की मांग को लेकर गठबंधन द्वारा बैतुल मुकर्रम मस्जिद के उत्तरी द्वार से विशाल जुलूस निकालने के लिए पुलिस से अनुमति मांगी थी।
ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के रमना डिवीजन के अतिरिक्त उपायुक्त शाहीन शाह महमूद ने आईएएनएस को बताया- जमातियों ने मालीबाग में पुलिस की अनुमति के बिना एक सामूहिक जुलूस निकालने की कोशिश की। झड़प हुई क्योंकि पुलिस ने जमात के लोगों को जुलूस रोकने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया।
बीएनपी और अन्य विपक्षी दलों और गठबंधनों ने 30 दिसंबर को ब्लैक डे के रूप में मनाया, जो 2018 में इसी दिन हुए 11वें संसदीय चुनाव की वर्षगांठ को चिह्न्ति करता है। विपक्षी दलों ने शेख हसीना सरकार के इस्तीफे, संसद को भंग करने, एक गैर-पक्षपातपूर्ण कार्यवाहक सरकार को सत्ता हस्तांतरण और एक नए चुनाव आयोग के गठन सहित अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार को राजधानी में बड़े पैमाने पर जुलूस निकाले।
–आईएएनएस
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