रीवा,देशबन्धु. रीवा के संजय गांधी अस्पताल मे शीघ्र खुलने जा रहा है मिल्क बैंक अस्पताल में इसको लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से संजय गांधी अस्पताल में बनने वाले ह्यूमन मिल्क बैंक का काम लगभग पूरा होने की कगार पर है. 20 लाख की लागत से बनने वाले बैंक के चेंबर का निर्माण अंतिम चरण में है. मशीनों का ऑर्डर दिया जा चुका हैl
इसे जल्दी ही चालू कर दिया जाएगा, जहां मां के दूध को एक नियत टेंपरेचर में स्टोर किया जाएगा. दूध का इस्तेमाल उन बच्चों पर किया जाएगा, जिन्हें किसी न किसी वजह से मां का दूध नहीं मिल पाता. कुछ मां ऐसी होती है, जिनके शरीर में दूध काम बनता है. कुछ मां ऐसी होती हैं, जिन्हें किसी न किसी वजह से दूध ज्यादा बनता है. कुछ मां ऐसी होती हैं, जो किसी परिस्थितिवश अपने बच्चों को खो देती हैl
ऐसी मां की मदद से इस मिल्क बैंक का निर्माण होगा. संजय गांधी अस्पताल की बात की जाए तो यहां लगभग हर साल 3000 से 5000 बच्चों एडमिशन होते हैं. डॉक्टर बजाज साफ तौर से मानते हैं कि मां का दूध ना मिल पाने की वजह से बच्चे कुपोषित हो जाते हैं. खास तौर से समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चे, ऐसे बच्चों का प्रतिशत लगभग 48 प्रतिशत है. यह हमारे शहर के बच्चों के लिए एक बेहतर कदम सा