जबलपुर. जिले में खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेपटरी होती जा रही हैं। ग्रामीणों ने यह आरोप पाटन स्वास्थ्य केन्द्र के बाहर एक युवक की मौत के बाद लगाया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कथित तौर पर इलाज में लापरवाही के चलते युवक की मौत हो गई।
बताया जा रहा हैं कि पाटन स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज न मिलने के कारण सोमवार को एक युवक की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य केन्द्र में काफी गुहार लगाने के बावजूद युवक का इलाज नही किया गया।
ग्रामीणों को आरोप हैं कि अस्पताल में मौजूद चिकित्सक और स्टाफ ने एक तो गुहार लगाने के बाद भी उपचार नहीं किया उल्टे बीमार युवक को अस्पताल से बाहर कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस ने युवक को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया था।
युवक की मौत की खबर लगते ही अस्पताल पहुंची पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पीएम के लिए भेजते हुए मर्ग कायम कर प्रकरण विवेचना में लिया हैं।
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बताया गया है कि पाटन क्षेत्र में कुछ दिनों से एक युवक इधर-उधर घूम रहा था। सोमवार सुबह करीब दस बजे युवक कृषि उपज मंडी के पास बेहोशी की हालत में पड़ा देखा गया, जिसपर स्थानीय लोगों ने डॉयल-100 को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को पाटन स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा दिया।
कुछ देर बाद ही अस्पताल के कर्मचारियों ने युवक को बाहर कर दिया। युवक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर सड़क किनारे पड़ा रहा और इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
युवक की मौत को लेकर स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया था। इसके बाद युवक को बिना इलाज के ही बाहर कर दिया।
पुलिस अब यह पता करने में जुटी है कि युवक कौन है कहां से आया है। पुलिस का कहना है कि युवक के पास से ऐसा कुछ नहीं मिला है जिससे उसकी शिनाख्त हो सके।
इस मामले में स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि युवक का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। युवक को जब पलंग पर बैठने के लिए कहा गया तो वह दौड़कर बाहर आ गया था, कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।