अहमदाबाद. अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के विमान एआई-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना भयावह हादसे की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को शामिल किया गया है.
मंत्रालय ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट जारी कर बताया कि यह समिति हादसे के कारणों का पता लगाएगी और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए मौजूदा नियमों व प्रक्रियाओं की समीक्षा कर नए दिशा-निर्देशों की सिफारिश करेगी.
समिति का कार्यक्षेत्र:
हादसे के तकनीकी व मानवीय कारणों की गहराई से जांच.
मौजूदा स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) की समीक्षा.
भविष्य के लिए प्रभावी और व्यापक सुरक्षा दिशा-निर्देश तैयार करने की सिफारिश.
विमानन सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली को और मजबूत करना.
मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि यह समिति अन्य संगठनों द्वारा की जा रही जांचों का विकल्प नहीं है, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य दीर्घकालिक समाधान और सुरक्षा मानकों को सुदृढ़ करना है. समिति जल्द ही काम शुरू करेगी और समयबद्ध रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी.
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हादसे की पृष्ठभूमि:
गौरतलब है कि यह दर्दनाक हादसा टेक-ऑफ के कुछ सेकंड बाद हुआ, जिसमें 242 यात्रियों में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित बच पाया. यह अब तक के सबसे गंभीर विमान हादसों में से एक बताया जा रहा है.
पीएम मोदी ने लिया जायजा:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा किया और हादसे में घायल लोगों का हालचाल जाना. उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य की समीक्षा की और अधिकारियों को हरसंभव सहायता के निर्देश दिए.
एयर इंडिया की पहल:
एयर इंडिया ने इस हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों की मदद के लिए दिल्ली, मुंबई और गैटविक एयरपोर्ट पर ‘मित्र एवं सहायता केंद्र’ स्थापित किए हैं. इन केंद्रों के माध्यम से प्रभावित परिवारों को मनोवैज्ञानिक, कानूनी और अन्य सहायता दी जा रही है.
यह कदम न केवल प्रभावित परिवारों के प्रति एक सहानुभूतिपूर्ण पहल है, बल्कि भविष्य में विमानन क्षेत्र को अधिक सुरक्षित बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है.