उचेहरा, देशबन्धु। उचेहरा रेलवे फाटक को पार करना अब आसान हो सकेगा। यहां लंबे अर्से से अंडर ब्रिज बनाने की मांग को देखते हुए रेलवे के एडीईएन राजेश तिवारी ने अपनी टीम के साथ स्थल निरीक्षण किया है। इस दौरान एसडीएम सुनेश दुबे, तहसीलदार ज्योति पटेल भी मौजूद रहे। ब्रिज बनने से उचेहरा नगर के साथ 45 गांव के छात्र -छात्राओं और आमजन को सुविधा होगी। निर्माण कार्य एसडीएम उचेहरा से एनओसी मिलने के बाद शुरू हो सकेगा।
रामपथ गमन बाईपास में भूमाफिया का हस्ताक्षेप
ब्रिज की ऊंचाई में फंसेगा पेंच
गौरतलब है कि नेशनल हाइवे रामपथ के हिसाब से उचेहरा रेल्वे फाटक के बगल से ओवर ब्रिज का निर्माण हुआ है। ओवर ब्रिज बनने के बाद रेलवे फाटक को बंद कर दिया गया था। जिसके कारण स्कूल के वाहन, उचेहरा होते हुए मैहर- कटनी के मध्य चलने वाली बस ओवर ब्रिज से होकर आती जाती थीं। ब्रिज के दोनों छोर पर व्यवस्थित चौराहा का निर्माण नहीं होने से लगातार हादसे घटित हो रहे थे। कई छात्र छात्राएं हादसे के शिकार भी हुए। जिस वजह से व्यापारी संघ, अधिवक्ता संघ, सरपंच संघ, भारतीय किसान यूनियन व ज्वलंत ग्रुप के सदस्यों ने सड़को में उतरकर आंदोलन किया था। तब उचेहरा रेलवे फाटक को ऊिर से चालू कर दिया था। व्यापारी संघ के संरक्षक डॉ. पवन ताम्रकार, संघ के अध्यक्ष संदीप सरावगी, सचिव विक्रांत सिंह ताम्रकार, रूप कुमार हरबोल, राकेश ताम्रकार बबलू, अभय प्रकाश गुप्ता व प्रतिनिधि मंडल ने रेलवे के एडीईएन राजेश तिवारी के साथ सतना सांसद को रेलवे फाटक में तिघरा फाटक की तर्ज पर अंडर ग्राउंड ब्रिज बनाने की मांग की थी।
वर्जन…
आम जन के आक्रोश को ध्यान में रखते हुए बैठक में चर्चा करने के बाद ही ब्रिज के लिए एनओसी प्रदान की जाएगी।
– सुनेश कुमार दुबे, एसडीएम, उचेहरा