अनूपपुर, देशबन्धु. स्वच्छ भारत अभियान (ग्रामीण) फेस-2 के अंतर्गत आयोजित होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 की तैयारियों को लेकर अनूपपुर जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। जिला पंचायत सीईओ तन्मय वशिष्ठ शर्मा ने सर्वेक्षण के मानकों के अनुरूप सभी आवश्यक तैयारियाँ सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित विभागों को दिए हैं।
श्री शर्मा ने बताया कि इस वर्ष के सर्वेक्षण में आईएमआईएस पोर्टल पर दर्ज डाटा का सत्यापन, ग्राम पंचायतों एवं सार्वजनिक स्थलों का क्षेत्रीय निरीक्षण, नागरिक प्रतिक्रिया, और ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्रों का सर्वेक्षण शामिल है। साथ ही आईईसी गतिविधियों के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने पर विशेष जोर रहेगा।
उन्होंने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल, आंगनबाड़ी, छात्रावास, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और ग्राम पंचायतों में निर्मित व्यक्तिगत एवं सामुदायिक शौचालयों की नियमित सफाई एवं उपयोगिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
1320 मेगावाट परियोजना को ग्रामीणों का समर्थन
इसके अलावा अपशिष्ट प्रबंधन के तहत निर्मित ढांचों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने की बात भी कही। स्वच्छता से जुड़े सभी ढांचों जैसे व्यक्तिगत एवं सामुदायिक शौचालय, सेग्रीगेशन शेड, कचरा घर, लिच पिट आदि को क्रियाशील एवं स्वच्छ बनाए रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
नागरिकों को मोबाइल एप के माध्यम से फीडबैक देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। श्री शर्मा ने स्पष्ट किया कि यह सर्वेक्षण केवल व्यक्तिगत शौचालयों तक सीमित नहीं है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित समस्त सार्वजनिक संस्थाओं में स्वच्छता से जुड़े ढांचों एवं उनके उपयोग पर आधारित है।
गौरतलब है कि स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2023 में अनूपपुर जिले ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। इस गौरव को दोहराने के लिए जिला प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों जैसे जनजातीय कार्य विभाग, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, पीएचई, ग्रामीण यांत्रिकी, आजीविका मिशन आदि को निर्देशित किया है कि वे समन्वय से कार्य करते हुए जिले की रैंकिंग को पुन: शीर्ष पर लाएं।