नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय अमेरिका की यात्रा पर हैं. यहां द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने अन्य वैश्विक मुद्दों पर भी बात की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के सामने बांग्लादेश का मुद्दा उठाया. भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप के साथ बांग्लादेश के घटनाक्रम पर चिंताएं साझा कीं और यह बताया कि भारत इस स्थिति को कैसे देखता है.
उधर, ट्रंप ने बांग्लादेश में चल रहे संकट में अमेरिकी सरकार की किसी भी भूमिका से साफ इनकार किया. उन्होंने कहा कि मैं बांग्लादेश को प्रधानमंत्री मोदी पर छोड़ता हूं. अब ट्रंप के इस बयान से साफ है कि भारत बांग्लादेश के मामले में खुलकर फैसला ले सकता है.
व्हाइट हाउस के पास गुरुवार को बांग्लादेशियों ने एक बड़ा प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने मुहम्मद यूनुस के असंवैधानिक शासन को खत्म करने की मांग की.
विरोध प्रदर्शन का आयोजन अवामी लीग और उसके सहयोगी संगठनों ने किया था. प्रदर्शनकारियों ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की भी मांग की. बांग्लादेश की आबादी में आठ फीसदी हिंदू हैं. मगर शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद कट्टरपंथी लगातार हिंदुओं को निशाना बनाने में जुटे हैं.
शेख हसीना का प्रत्यर्पण द्विपक्षीय मामला-बांग्लादेश लगातार भारत से शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का प्रत्यर्पण द्विपक्षीय मुद्दा है. जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने एक रिपोर्ट जारी की.