नई दिल्ली. पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है. इस गिरफ्तारी के बाद उसे भारत लाने की कवायद तेज हो गई है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एक संयुक्त टीम जल्द ही प्रत्यर्पण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए बेल्जियम रवाना होगी.
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि चोकसी की गिरफ्तारी के बाद CBI और ED के शीर्ष अधिकारियों ने बैठकें कीं और आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया. योजना के तहत, दोनों जांच एजेंसियों के दो से तीन अधिकारियों की एक संयुक्त टीम अपने कानूनी सलाहकारों के साथ बेल्जियम जाएगी. यह टीम प्रत्यर्पण के लिए जरूरी दस्तावेज तैयार करेगी और स्थानीय सरकार के साथ समन्वय स्थापित करेगी ताकि चोकसी को जल्द से जल्द भारत लाया जा सके.
हालांकि, चोकसी की भारत वापसी की राह आसान नहीं होगी. उसके वकील विजय अग्रवाल ने संकेत दिए हैं कि वे प्रत्यर्पण को चुनौती देंगे. अग्रवाल ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि गिरफ्तारी के खिलाफ अपील दायर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और मेडिकल आधार पर जमानत की मांग की जाएगी. वकील का दावा है कि चोकसी बेल्जियम में कैंसर का इलाज करवा रहा है और उसकी स्वास्थ्य स्थिति ऐसी नहीं है कि वह भाग सके.
गौरतलब है कि ED ने लगभग छह महीने पहले बेल्जियम सरकार को चोकसी के प्रत्यर्पण का अनुरोध भेजा था, जिस पर अब कार्रवाई हुई है. चोकसी पहले भी कानूनी दांव-पेंच का इस्तेमाल करता रहा है. वह अपने खिलाफ इंटरपोल द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस को भी खारिज करवा चुका है. उसने आरोप लगाया था कि भारतीय अधिकारियों ने उसे एंटीगुआ से अगवा करने की कोशिश की थी, जहां की उसके पास नागरिकता है.
भारत के पास चोकसी के खिलाफ पुख्ता सबूत मौजूद हैं, लेकिन उसका प्रत्यर्पण बेल्जियम की अदालतों के फैसले पर निर्भर करेगा. वकील विजय अग्रवाल ने कारोबारी संजय भंडारी केस का हवाला देते हुए कहा है कि चोकसी का प्रत्यर्पण मुश्किल हो सकता है. लंदन की एक अदालत ने भारतीय जेलों की खराब स्थिति और मानवाधिकारों का हवाला देते हुए भंडारी के प्रत्यर्पण के खिलाफ फैसला सुनाया था. अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि बेल्जियम की अदालतें भारतीय जेलों की स्थिति पर क्या रुख अपनाती हैं.
रिपोर्ट्स के अनुसार, मेहुल चोकसी 2023 में बेल्जियम आया था और उसकी पत्नी के पास भी वहीं की नागरिकता है. बेल्जियम पुलिस ने भारतीय एजेंसियों के अनुरोध पर 12 अप्रैल को उसे गिरफ्तार किया था.