देहरादून. उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी वर्षा और भूस्खलन की आशंका के बीच प्रशासन ने चारधाम यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया है. इस फैसले की जानकारी गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने रविवार को दी. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि
गढ़वाल आयुक्त ने बताया कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों को देखते हुए यात्रियों की जानमाल की रक्षा के लिए यात्रा को अस्थायी रूप से रोका गया है.
भारी वर्षा के कारण कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं.
मार्गों पर फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के प्रयास जारी हैं.
सभी जिले हाई अलर्ट पर
प्रशासन ने राज्य के सभी संबंधित जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है.
एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, और पुलिस की टीमें पूरी तरह से सक्रिय हैं.
ये टीमें आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार हैं.
श्रद्धालुओं से प्रशासन की अपील
गढ़वाल आयुक्त ने यात्रियों से प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है.
उन्होंने कहा:
“मौसम सामान्य होने तक कृपया यात्रा स्थलों की ओर न जाएं. धैर्य बनाए रखें और स्थानीय प्रशासन से सहयोग करें.”
कल होगी स्थिति की समीक्षा
चारधाम यात्रा को दोबारा शुरू करने का निर्णय कल मौसम और सड़कों की स्थिति की समीक्षा के बाद लिया जाएगा.
उत्तरकाशी में बादल फटने से लापता श्रमिक
रविवार सुबह उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील में बादल फटने की घटना हुई, जिसमें कई श्रमिक लापता बताए जा रहे हैं.
यमुनोत्री हाईवे के सिलाई बैंड में लेबर कैंप पर भारी भूस्खलन हुआ है.
राहत कार्य में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस जुटी हुई हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर शोक जताया है और सभी प्रभावित लोगों की कुशलता की कामना की है.
आईएमडी ने जारी किया रेड अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने रविवार और सोमवार के लिए उत्तराखंड के कई हिस्सों में
गर्जना,बिजली गिरने, और अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी के साथ
रेड अलर्ट जारी किया है.