छतरपुर, देशबन्धु. रेत से भरे ओवरलोड डपरों के कारण झमटुली से सटई तहसील को जोड़ने वाला 10 किलोमीटर लंबा मुख्य मार्ग पूरी तरह से खस्ताहाल हो जाने से लोगों को चलना भी मुश्किल हो गया है. यहां आए दिन लोग उखडी गिटटी और नुकीले पत्थरों के कारण गिरकर घायल हो चुके हैं. इसके बावजूद जिम्मेदार इस मार्ग की रिपेयरिंग की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
श्रेत से भरे ओवरलोड ट्रेक्टर और हाइवा निकलने के कारण ग्राम भैरा से सटई तक डामर की परत पूरी तरह से उखड़ चुकी है. यदि कहा जाए कि सड़क के चिथड़े उड़ चुके हैं जो अतिश्योक्ति न होगी. भैरा से सटई के बीच करीब एक किलोमीटर लंबी रामपुर घाटी हजार फीट की ऊंचाई पर है. सड़क उखड़ने से यहां वाहन बेकाबू होकर पलट जाते हैं. पूरी तरह से जर्जर हो चुकी इस सड़क पर गहरे गड्ढे हो गए हैं, नुकीली गिट्टी निकल आने से वाहनों के टायर फट रहे हैं.
न तो बसें आराम से चल पा रही हैं, न ही दो पहिया वाहन निकल पातो हैं. अकसर मोटर साइकिल सवार गिरकर घायल हो जाते हैं. ग्रामीणों ने बताया यह मार्ग झमटुली समेत 25 गांवों को तहसील से जोड़ने वाला एकमात्र रास्ता है. इन गावांे में सलैया, झमटुली, पिपरिया, कटारा, चौका, कोडन, ओंटापुरवा, रमपुरा, बेडरी, देवगांव, पारवा, गुडपारा, भैरा, दिदौनिया, कुटिया, टपरियन, टुटका, पुतरयान, हरपुरा, श्यामरा, डुगरिया, पलरया, धुबयाई और पुनगुवा गांव इस मार्ग से जुड़े हैं.
जर्जर मार्ग से गुजरते समय हादसे का डर
पुरवा गांव के लोगों ने बताया तहसील तक जाने के लिए मजबूरी में इस खस्ताहाल रास्ते से गुजरते समय हादसे का डर बना रहता है. कई बार गड्ढों के कारण मोटर साइकिल फिसल जाती है और वाहन के टायर पंचर हो जाते हैं. सड़क इतनी खराब हो चुकी है कि आवागमन में दिक्कत होती है. आए दिन लोग गिरकर घायल भी हो रहे हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि डामरीकरण की सड़क गारंटी अवधि में ही पूरी तरह से उखड़ जाने से आवाजाही बाधित हो रही है. ग्रामीणों का कहना है कि सडक की मरम्मत या पुनः निर्माण कराने के लिए कई बार शिकायतों के बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं. लोक निर्माण विभाग से नई सड़क बनवाने की मांग की गई है, जिससे लोगों की परेशानी दूर हो सके.