छिंदवाड़ा. महज चार माह पूर्व अक्टूबर 2024 को जिस पशु चिकित्सक को लोकायुक्त ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा उसे अन्य जिले में स्थानांतरित करने के बजाए फूलमाला पहनाकर स्वागत किया जा रहा हैं. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी अधिकारी पशु चिकित्सक डॉ योगेश सेमल के कथित तौर पर संरक्षक बनकर पशु विभाग के उपसंचालक डॉ. एसजीएस पक्षवार द्वारा न सिर्फ आरोपी चिकित्सक का नियमानुसार स्थानांतरण अन्य जिले में नहीं किया बल्कि अपने कार्यालय में फूल माला पहनाकर स्वागत भी किया.
विभागीय सूत्रों के मुताबिक सोची समझी साजिश के तहत स्वागत कर जांच प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा हैं. इस मामले में उप संचालक द्वारा अपने कार्यालय में आरोपी पशु चिकित्सक के स्वागत को संयुक्त संचालक डॉ. शिव ने पूर्णत: अनुचित बताते हुए मामले में जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया हैं.
गत दिवस किया गया स्वागत
पशुपालन विभाग में चौंकाने वाला मामला गत दिवस सामने आया जब एक लोकायुक्त के शिकंजे में रंगे हाथों फंसे एक चिकित्सक को सम्मानित किया गया. बताते हैं जुन्नारदेव में पदस्थ आरोपी डॉक्टर योगेश सेमल को अक्टूबर 2024 को लोकायुक्त टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था. नियमानुसार, लोकायुक्त जांच की अवधि में आरोपी कर्मचारी का स्थानांतरण दूसरे जिले में किया जाना चाहिए, ताकि वह जांच को प्रभावित न कर सके.
विभागीय सूत्रों के अनुसार आरोपी अधिकारी को षणयंत्रपूर्वक पांढुर्णा जिले के सौंसर तहसील में स्थानांतरित किया गया है लेकिन उनका वेतन आहरण आज भी छिंदवाड़ा मुख्यालय से हो रहा है. इसके अलावा छिंदवाड़ा और पांढुर्णा के पशु उप संचालक पद का जिम्मा डॉ एच जी एस पक्षवार के पास है.
कर्मचारियों का आरोप हैं कि विभाग आरोपी चिकित्सक को बचाने की कोशिश में लगा हुआ है. जांच की निष्पक्षता पर सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं, क्योंकि आरोपी डॉक्टर को पशु चिकित्सा संघ पांढुर्णा का अध्यक्ष बनाकर उप संचालक डॉक्टर एच जी एस पक्षवार ने विभागीय कार्यालय छिंदवाड़ा में फूल माला के साथ सम्मानित किया. कर्मचारियों ने इस तरह के सम्मान को विभाग की छवि धूमिल कर भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण देने वाला बताया.
इस तरह लोकायुक्त के शिकंजे में कसे थे अधिकारी
जुन्नारदेव में 22 अक्टूबर 2024 को लोकायुक्त ने पशु चिकित्सा अधिकारी 35 वर्षीय डॉ योगेश कुमार सेमिल पिता शिवराम सेमिल को पशु चिकित्सालय जुन्नारदेवमें रिश्वत लेते हुए पकड़ा था. आवेदक सुरेश यदुवंशी मैत्री गौ सेवक होकर शासकीय योजना के तहत राष्ट्रव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के तहत गोवंशीय/भैंसवंशीय पशुओं की कृत्रिम गर्भाधान का काम वर्ष 2021-22 में किया गया.
जिसका प्रोत्साहन राशि 45000 रुपए प्राप्त हुई थी जिसमें से कमीशन के तौर पर पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी डॉक्टर योगेश कुमार सेमिल द्वारा 25000 रिश्वत की मांग की गई. जिसकी शिकायत सत्यापन उपरांत 22 अक्टूबर को पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी डॉक्टर योगेश कुमार सेमिल को कार्यालय पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी विकासखंड दातलावादी जुन्नारदेव जिला छिंदवाड़ा में 20000 रिश्वत लेते रंगे हाथों लोकायुक्त जबलपुर टीम के इंस्पेक्टर कमल सिंह उईके, इंस्पेक्टर मंजू किरण तिर्की, इंस्पेक्टर नरेश बेहरा एवं 5 अन्य सदस्यों ने पकड़ा आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है.