जबलपुर. पुलिस सूत्रों के अनुसार गत दिवस यूनिवर्सिटी में आरएसएस को बैन करने के लगाए गए पोस्टरो के बारे में एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव नीलेश माहर को पूछताछ करने के लिए गोरखपुर थाने पुलिस लाई, रात में 2:30 बजे का मामला है.
मध्य प्रदेश एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव नीलेश माहर को क्राइम ब्रांच की टीम ने उनके निजी निवास से रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को बैन करने संबंधी पोस्टर लगाए जाने के मामले में हिरासत में लिया है.
मामले की जानकारी मिलते ही विधायक लखन घनघोरिया पुलिस स्टेशन पहुंचे और पुलिस बल से तीखी नोक झोंक हुई, इसके बाद विधायक लखन घनघोरिया थाने में धरने पर बैठ गए.
जबलपुर क्राइम ब्रांच द्वारा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का बर्बरता पूर्वक दमन करते हुए मुझे मेरे घर से जबरन उठाया गया. मेरा अपराध केवल इतना था कि मैंने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में एक ऐतिहासिक तथ्य को लेकर बैनर एवं पोस्टर लगाए थे, जिसमें 2 फरवरी 1948 को तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर प्रतिबंध लगाए जाने का उल्लेख था.
क्राइम ब्रांच की टीम उन्हें पहले गोरखपुर थाने लेकर गई थी लेकिन फिर वहां से सिविल लाइन थाने लेकर चली गई. मामले की जानकारी मिलने पर एनएसयूआई कार्यकर्ता भी सिविल लाइन थाने के बाहर एकत्रित हो गए.
क्राइम ब्रांच ने मुझे बर्बरता पूर्वक घर से उठाया और मेरे साथ अनुचित व्यवहार किया, जो कि लोकतांत्रिक और न्यायिक प्रणाली के विरुद्ध है। यह कार्रवाई दर्शाती है कि किस प्रकार असहमति की आवाज़ को दबाने का प्रयास किया जा रहा है.