दिल्ली. देश के 15वें उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मंगलवार को मतदान शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन में अपना पहला वोट डाला. सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने इस चुनाव में अपनी जीत का अंतर बढ़ाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.
मुख्य बातें:
मतदान जारी: उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा.
प्रमुख उम्मीदवार: एनडीए की ओर से महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन (68) और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की ओर से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी (79) मैदान में हैं.
मतगणना और परिणाम: मतों की गिनती शाम 6 बजे शुरू होगी और इसके तुरंत बाद परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे.
सांसदों की संख्या: इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के कुल 781 सांसद मतदान करेंगे.
शक्ति संतुलन: यदि सभी सांसद अपनी पार्टी लाइन पर वोट करते हैं, तो एनडीए के सीपी राधाकृष्णन को लगभग 422 वोट मिलने की उम्मीद है, जबकि बी. सुदर्शन रेड्डी को 319 वोट मिलने की संभावना है.
राजनीतिक समीकरण और क्रॉस-वोटिंग की संभावना
उपराष्ट्रपति चुनाव में गुप्त मतदान होता है, जिसमें पार्टी व्हिप जारी नहीं किया जा सकता. यह सांसदों को स्वतंत्र रूप से वोट डालने का अधिकार देता है. इसी कारण क्रॉस-वोटिंग की संभावना बनी रहती है, जो समीकरणों को बदल सकती है.
चुनाव से दूरी बनाने वाले दल:
बीआरएस और बीजेडी: तेलंगाना की बीआरएस (4 राज्यसभा सांसद) और ओडिशा की बीजेडी (7 राज्यसभा सांसद) ने किसी भी उम्मीदवार का समर्थन न करते हुए चुनाव से दूरी बना ली है.
शिरोमणि अकाली दल: पंजाब में बाढ़ की स्थिति के कारण शिरोमणि अकाली दल ने मतदान में भाग न लेने का फैसला किया है.
समर्थन देने वाले दल:
एआईएमआईएम: प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी का समर्थन करने की घोषणा की है.
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी: वाईएसआरसीपी के 11 सांसदों ने एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को वोट देने का निर्णय लिया है.
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जगदीप धनखड़ का इस्तीफा
यह चुनाव मौजूदा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के कारण हो रहा है, जिन्होंने 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उनका कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था.