आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि इस बार गुरुवार, 18 सितंबर 2025 को है. इस दिन इंदिरा एकादशी का पारण और द्वादशी श्राद्ध एक साथ होंगे. दृक पंचांग के अनुसार, सूर्य कन्या राशि में और चंद्रमा कर्क राशि में रहेंगे.
शुभ मुहूर्त:
* अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:50 से 12:29 बजे तक
* राहुकाल: दोपहर 12:15 से 1:47 बजे तक
* द्वादशी तिथि: 17 सितंबर रात 11:39 बजे से 18 सितंबर सुबह 11:24 बजे तक
द्वादशी श्राद्ध मुख्य रूप से उन पूर्वजों के लिए किया जाता है जिनकी मृत्यु द्वादशी तिथि को हुई हो या जिन्होंने संन्यास लिया हो. इसे संन्यासी श्राद्ध भी कहा जाता है. मान्यता है कि इस श्राद्ध से धन-धान्य, आरोग्य, विजय और दीर्घायु प्राप्त होती है.
हैदराबाद में सनसनी: बोरी में मिला युवती का नग्न शव, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
श्राद्ध विधि:
* घर की सफाई कर गंगाजल और गौमूत्र से शुद्धिकरण करें.
* दक्षिण दिशा की ओर मुख करके तर्पण करें.
* आंगन में रंगोली बनाएं और पितरों के लिए शुद्ध भोजन तैयार करें.
* ब्राह्मणों को भोजन कराकर दक्षिणा और सामग्री दान करें (गौ, भूमि, तिल, स्वर्ण आदि).
* श्राद्ध में सफेद फूल, दूध, गंगाजल, शहद, सफेद कपड़े और तिल का विशेष महत्व है.
एकादशी पारण:
पारण सूर्योदय के बाद और द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना चाहिए. प्रातःकाल पारण श्रेष्ठ माना गया है. अगर संभव न हो तो मध्याह्न तक पारण कर लेना चाहिए.