लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया है. यहां एक डबल डेकर बस में अचानक भीषण आग लग गई, जिससे पांच यात्री जिंदा जल गए. घटना के तुरंत बाद मौके पर स्थानीय लोग और पुलिस प्रशासन पहुंच गए. आग की भयावहता को देखते हुए दमकल की कई गाड़ियों को बुलाया गया और आग पर काबू पाया गया. हादसे में कई अन्य यात्री घायल हो गए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि शॉर्ट सर्किट या तकनीकी खराबी के कारण आग लगी हो सकती है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता के साथ ही घायलों का बेहतर इलाज कराने के निर्देश दिए हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
आग लगते ही बस में अफरा-तफरी मच गई. चश्मदीदों के अनुसार, यात्री उस समय नींद में थे और आग ने पलभर में पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया. लपटें इतनी तेज थीं कि उन्हें एक किलोमीटर दूर से भी देखा जा सकता था.
हादसे की सबसे बड़ी विफलता यह रही कि बस का आपातकालीन द्वार समय पर नहीं खुल सका, जिससे कई यात्री अंदर ही फंसे रह गए. ड्राइवर और क्लीनर मौके से कूदकर फरार हो गए, जबकि बस से दो गैस सिलेंडर भी बरामद किए गए हैं, जिससे आग की तीव्रता और बढ़ गई.
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मौके पर पहुंची दमकल विभाग की छह से अधिक गाड़ियों ने करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग बुझने के बाद पुलिस और पीजीआई की मेडिकल टीम ने बस में फंसे शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा. बस में लगभग 80 यात्री सवार थे. हादसे के बाद पुलिस ने क्षेत्र को घेर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है.
मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है और हादसे की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है. पुलिस और परिवहन विभाग अब यह जांच कर रहे हैं कि बस में सुरक्षा के मानक क्यों नहीं थे, और आपातकालीन निकास द्वार क्यों नहीं खुला. बस मालिक व ऑपरेटर की जिम्मेदारी भी तय की जा रही है.