सतना, देशबन्धु। केन्द्रीय जेल व अखिल विश्व गायत्री परिवार के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित व्यक्तित्व परिष्कार जीवन साधना शिविर व आध्यात्मिक प्रशिक्षण कार्यक्रम माह जून के द्वितीय दिवस में बंदीगणों से अठारह मूल सूत्र-संकल्प कराए गए
सदव्यवहार, सदाचरण, अपनाने की प्रेरणा, माता-पिता की सेवा एवं प्रेरक कथाओं का रसपान कराया गया। प्रारंभ में देव पूजन, गायत्री महामंत्र, महामृत्युंजय मंत्र का जाप, गायत्री चालीसा का पाठ कर सूक्ष्म ध्यान साधना की गई। गायत्री परिवार के सदस्यों द्वारा अठारह मूल सूत्र-संकल्प जैसे हम ईश्वर को सर्वव्यापी, न्यायकारी मानकर उसके अनुशासन को अपने जीवन में उतारेंगे।
अन्य जीवो से अच्छा व्यवहार व सदाचरण करने के लिए प्रेरित किया गया और कथाओं के माध्यम से माता-पिता की सेवा करने के लिए आग्रह किया गया। शांतिपाठ कर कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक लीना कोष्टा, जेल उप अधीक्षक श्रीकात त्रिपाठी, कल्याण अधिकारी अनिरूद्ध कुमार तिवारी, अष्टकोण अधिकारी अभिमन्यु पाण्डेय, सहायक जेल अधीक्षक फिरोजा खातून एवं गायत्री परिवार के राजेश तिवारी, हरिओम पाण्डेय, लक्ष्मण यादव, विजय गुप्ता व बंदीगण उपस्थित रहे।