नई दिल्ली. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के करोड़ों मेंबर्स के लिए एक गंभीर खबर सामने आई है। EPFO द्वारा निर्धारित भविष्य निधि (PF) पर मिलने वाले ब्याज की दरों में कटौती की जा सकती है। इस संदर्भ में जानकारी मिली है कि EPFO बोर्ड की बैठक में जहां ब्याज दरों की समीक्षा की जाएगी, वहीं आर्थिक हालात के मद्देनजर कटौती पर चर्चा होने की संभावना है.
शेयर बाजारों और बॉन्ड यील्ड में गिरावट और ज्यादा क्लेम सेटलमेंट को मद्देनजर रखते हुए EPFO का सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी FY2024-25 के लिए ब्याज दर घटा सकता है. इससे 300 मिलियन मेंबर्स की रिटायरमेंट सेविंग्स पर दी जाने वाली ब्याज दर पर असर पड़ेगा.
2024-25 के लिए EPF की ब्याज दर पर फैसला लेने के लिए कल बैठक होनी है. इस बैठक में PF में जमा पैसे पर मिलने वाले ब्याज पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है. पिछले साल सरकार ने EFP की ब्याज दर को 8.15 फीसदी से बढ़ाकर 8.25 फीसदी किया गया था. वहीं अब ऐसा माना जा रहा है इसमें कटौती की जा सकती है.
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, बोर्ड की निवेश समिति ने पिछले हफ्ते ईपीएफओ की इनकम और एक्सपेंडिचर प्रोफाइल पर चर्चा करने के लिए बैठक की थी, जिससे ईपीएफ दर की सिफारिश की जा सके. बोर्ड में नियोक्ता प्रतिनिधि के नाम न बताने की शर्त पर बिजनेस स्टैण्डर्ड की रिपोर्ट में बताया गया कि इस साल ब्याज दर पिछले साल की तुलना में कम हो सकती है.
ऐसा इसलिए क्योंकि हाल के महीनों में बॉन्ड यील्ड में गिरावट आई है. ऐसे में अगर किसी एमर्जेन्सी से निपटने के लिए उच्च ब्याज दर की घोषणा की जाती है, तो रिटायरमेंट फंड बॉडी के पास बहुत ज्यादा सरप्लस नहीं बचेगा.
इसके अलावा क्लेम सेटलमेंट की ज्यादा डिमांड ने वार्षिक ईपीएफ क्रेडिट के लिए कम पूल छोड़ा है. जनवरी तक EPFO ने 2024-25 में 2.05 ट्रिलियन के 5.08 मिलियन से ज्यादा के क्लेम प्रोसेस किया है. जबकि 2023-24 में 1.82 ट्रिलियन के 44.5 मिलियन से ज्यादा क्लेम सेटलमेंट हुए हैं.