अनूपपुर, देशबन्धु. जिले में दो दिवसीय होली की फाग एवं डफली की थाप पर छिड़ी जोगीरा सरारा व स्थानीय लोक सुरों की साज में पहले दिन 14 मार्च को जिलेभर में रंगों का पावन पावन होली हर्षोउल्लास एवं भाईचारे के साथ मनाया गया। अनूपपुर मुख्यालय सहित कोतमा, भालूमाड़ा, बदरा, राजनगर, बिजुरी, रामनगर, जैतहरी सहित पुष्पराजगढ़ के ग्रामीण अंचलों में रंगों का बौछार और फाग के साथ पर्व मनाया जा रहा हैं। पहले दिन लोगों ने शांति और भाईचारे के साथ जमकर होली खेली। सड़कों से लेकर गलियों तक रंग और गुलाल की बौछार होती रही। इन रंगों में युवाओं, बच्चों और बुजुर्गो ने होली खेला।
खासकर छोटे बच्चों ने गुब्बारों में रंगीन पानी भरकर दूसरे पर उछालकर होली का भरपूर आनंद लिया। जिला मुख्यालय में 13 मार्च की रात होलिका दहन दूसरे दिन रंग धुडेडीं खेलने का माहौल बना रहा, शाम तक रंग गुलाल के साथ मनाया गया। इस मौके पर डफली की थाप पर दिनभर शहर और गांवों में फाग मंडली के लोग थिरकते नजर आए। ग्रामीण क्षेत्रों में बहुरूपिया रूपों में लोगों ने नृत्य व गायन कर फाग का आनंद उठाया। नर्मदा मंदिर अमरकंटक में पुजारियों ने मॉ नर्मदा एवं भोलेनाथ को रंग अबीर लगा कर होली की शुरूआत करते हुए जन कल्याण के लिए आशीर्वाद मांगा। इसके बाद सभी ने जमकर होली के रंगों का आनंद लिया।

एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगा दी बधाई -जैतहरी में भी हर्षोल्लास के साथ होली का पर्व मनाया गया। लोग सुबह के समय रंग लेकर अपने घरों से निकल पड़े और एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाया। रंग और गुलाल से ओत-प्रोत युवक अपने दोस्तों के साथ नगर भ्रमण करते नजर आए। सडक किनारे छोटे-छोटे बच्चे पिचकारी में रंग भरकर आने जाने वाले लोगों पर रंग डालते रहे। इसके बाद लोगों ने डफली और टिमकी की थाप पर जमकर डांस किया। लोग रंग लगाकर होली की गीत पर थिरकते रहे। होली को लेकर सबसे ज्यादा छोटे बच्चों में उत्साह नजर आया।
त्यौहार के मद्देनजर 5 डीएसपी, 11 निरीक्षक सहित 500 पुलिसकर्मी रहें तैनात – अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर इसरार मंसूरी ने बताया कि जिले में होली के त्यौहार में लोक शांति भंग होने की आशंका पर सम्पूर्ण अनूपपुर जिले में दो दिनों तक होली के त्योहार में पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में कानून व्यवस्था बनाये रखने 5 डीएसपी, 14 निरीक्षक सहित 500 पुलिसकर्मी 30 पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी एवं 55 फिक्स पिकेट्स की तैनाती की गई है। रंग खेलने के बाद स्नान आदि करने नदीं-तालाबों में सुरक्षा पर भी विशेष बल लगाया गया है। घाटों में मोटर बोट, लाईफ जैकेट,संकेतक की पर्याप्त व्यवस्था कराई गई है। साथ ही निजी गोताखोरों को भी शामिल किया गया है।
पवित्र नगरी अमरकंटक में होली का पर्व परंपरा अनुसार मनाया गया। जहां मां नर्मदा की विशेष साज सज्जा किए जाने के साथ ही होली पर्व पर शक्तिपीठ होने के कारण विशेष साधना की गई। मां नर्मदा मंदिर के पुजारी पंडित धनेश द्विवेदी ने बताया कि होली के त्यौहार में मां नर्मदा की विशेष आराधना की गई। इसके अंतर्गत जहां अन्य दिन मां की साड़ी एक जैसी रहती है, वहीं होली के दिन रंग-बिरंगी साड़ी से मां का शृंगार किया गया। इसके साथ ही भोग में उन्हें भांग से बनी मिठाई के साथ ही हलवे का प्रसाद एवं बेसन के पकोड़े चढ़ाया गया।
मंदिर परिसर में एक दूसरे को रंग लगाकर लिया आशीर्वाद – होली के अवसर पर अमरकंटक नर्मदा मंदिर परिसर में सभी नगरवासियों ने धुरेड़ी के पश्चात मंदिर परिसर पहुंचकर सबसे पहले मां का आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके पश्चात एक दूसरे को रंग लगा करके होली पर्व की बधाई दी। सामूहिक रूप से फाग गाया। इसके बाद यहां भांग का प्रसाद आने वाले श्रद्धालुओं को प्रदान किया गया।