गोटेगांव, देशबन्धु. गोटेगांव नगर में चारों तरफ अवैध कॉलोनियों का निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है. खेतों में सिर्फ सड़क और नालियां बनाकर जमीनें बेची जा रही हैं, जिन पर शासन के किसी भी नियम का पालन नहीं हो रहा.
जिससे शासन को होने वाली आय से नुकसान हो रहा है. प्राय: देखा जा रहा है कि गोटेगांव शहर के चारों तरफ आजकल कालोनियों की भरमार होती जा रही है. इसका मुख्य कारण है कि किसान थोड़ी बहुत कच्ची सड़कें,डष्ट मुरम डालकर बना देते है और अपने खेत में प्लाट बनाकर पूंजीपतियों को बेचते है. फिर पूंजीपति दलालों को अच्छी खासी रकम और परसेंटेज का लालच देकर दलालों की सहायता से प्लांट विक्रय करवा देते हैं जिससे दलालों को दलाली और पूंजीपति धन्ना सेठ बनते जा रहे हैं किंतु ऐसा नहीं है शासन को खबर न हो.
देखा जा रहा है कि जब जवाबदार अधिकारी रहेंगे मौन तो कार्यवाही करेगा कौन. इसमें जवाबदार अधिकारियों की भी मिलीभगत की बू आ रही है जो नगर के बुद्धि जीवियों में चर्चा का विषय बनता जा रहा है साथ ही बिना अनुमति रजिस्ट्रियां की जा रही हैं.
लगता है रजिस्ट्रार महोदय भी लक्ष्मी कृपा के चलते रजिस्ट्रियां कर रहे है ऐसा नगर में चर्चित होता जा रहा है. पूंजीपति अमीर बनते जा रहे है अब कार्यवाही कौन कर सकता है. ऐसे अधिकारी गोटेगांव में स्थापित हो गए है जिनके ऊपर शासन प्रशासन का दवाब भी नहीं है.
इस अवैध धंधे में जमकर भ्रष्टाचार फल फूल रहा है. जबकि प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. आखिर माजरा क्या है जो नगर की जनता के मन मस्तिष्क में चर्चा का विषय बना हुआ है शासन के जवाबदार कर्तव्य निष्ठ और स्वच्छ छवि वाले अधिकारी ध्यान दें.