अहमदाबाद. 12 जून को हुए एयर इंडिया बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान हादसे ने 241 लोगों की जान ले ली, लेकिन इस भयावह दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश अब भी मानसिक आघात से जूझ रहे हैं. हादसे में उनके सगे भाई अजय कुमार की भी मौत हो गई थी.
अब भी नहीं उबर पाए विश्वास कुमार
40 वर्षीय भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वास कुमार को 17 जून को अहमदाबाद सिविल अस्पताल से छुट्टी दी गई थी. लेकिन उनके चचेरे भाई सनी कुमार ने बताया कि विश्वास अब भी किसी से बात नहीं करते, रातों को जाग जाते हैं और भाई की मौत के गहरे सदमे से बाहर नहीं निकल पाए हैं.
“उन्हें बार-बार दुर्घटना के दृश्य और भाई की अंतिम यात्रा की तस्वीरें सताती हैं,” – चचेरे भाई सनी कुमार
मनोचिकित्सक की मदद ले रहे हैं
परिवार ने विश्वास को दो दिन पहले एक मनोचिकित्सक के पास इलाज के लिए ले जाया है ताकि वह धीरे-धीरे इस सदमे से उबर सकें. उन्होंने अभी तक लंदन लौटने की कोई योजना नहीं बनाई है, क्योंकि उनका इलाज शुरुआती चरण में है.
दुर्घटना के दिन का विवरण
Air India की फ्लाइट 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही थी. उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. 241 यात्रियों और क्रू मेंबर्स की मौत हो गई, जिसमें विश्वास कुमार का भाई अजय भी शामिल था.
विश्वास और अजय, दीव स्थित अपने परिवार से मिलने के बाद लंदन लौट रहे थे.
भाई को दी अंतिम विदाई
18 जून को सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया, जिसमें विश्वास को अपने भाई अजय के पार्थिव शरीर को कंधे पर उठाकर दीव के श्मशान घाट तक ले जाते हुए देखा गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी मुलाकात
दुर्घटना के अगले दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने अस्पताल जाकर विश्वास कुमार से मुलाकात की थी और उनका हालचाल जाना.