रोहतक. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर सुनारिया जेल से 40 दिन की पैरोल मिल गई है. 5 अगस्त को रिहा होने के बाद वह पुलिस सुरक्षा में अपने सिरसा स्थित डेरे के लिए रवाना हुए.
अब तक का रिकॉर्ड
इस साल 1 जनवरी से 14 सितंबर के बीच 4 महीने में 91 दिन जेल से बाहर रहेंगे.
यह उनकी 14वीं बार रिहाई है.
पिछली बार 9 अप्रैल 2025 को उन्हें 21 दिन की फरलो मिली थी.
गुरमीत राम रहीम 2017 से रोहतक की सुनारिया जेल में बंद हैं. पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने उन्हें साध्वियों से बलात्कार और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में दोषी ठहराया था. उन्हें 20-20 साल की दो सजाएं सुनाई गई हैं.
पैरोल की शर्तें
राम रहीम को पैरोल अवधि में सिरसा डेरे में ही रहना होगा.
15 अगस्त को वे अपना 58वां जन्मदिन मनाएंगे.
पूरे महीने डेरे में धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम होंगे.
पैरोल और विवाद
राम रहीम को अक्सर चुनावी या धार्मिक आयोजनों से पहले पैरोल मिलती रही है. फरवरी में दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्हें 30 दिन की पैरोल दी गई थी.
राजनीतिक दल और मानवाधिकार संगठन आरोप लगाते हैं कि यह पैरोल राजनीतिक लाभ और डेरा समर्थकों के प्रभाव के चलते दी जाती है.