भोपाल. मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश की दस्तक होने वाली है. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अब सक्रिय हो गया है और इसके जल्द ही गहरे दबाव में बदलने की संभावना है. इसके चलते प्रदेश के 9 जिलों में अति भारी वर्षा का रेड अलर्ट और कई अन्य जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है.
किन जिलों में अति भारी वर्षा की चेतावनी?
मौसम विभाग के अनुसार निम्नलिखित 9 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट है:
शहडोल
रीवा
सीधी
उमरिया
डिंडौरी
मंडला
अनूपपुर
सिंगरौली
सतना
किन जिलों में भारी बारिश के आसार?
राज्य के भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर, उज्जैन, ग्वालियर संभाग के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जिनमें शामिल हैं:
भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा
नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल
जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट
मऊगंज, मैहर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी
उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच
ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर
सक्रिय मौसम तंत्र:
बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के अलावा, 5 अन्य वेदर सिस्टम भी प्रदेश में सक्रिय हैं.
इसका असर पूर्वी और मध्य मध्यप्रदेश के अलावा अब पश्चिमी जिलों में भी दिखेगा.
क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिकों के अनुसार:
“शुक्रवार तक यह सिस्टम गहरे दबाव में बदल सकता है, जिससे 24 से 48 घंटे तक मूसलधार बारिश के आसार हैं. नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है, जलभराव की स्थिति बन सकती है.”
प्रशासन ने क्या तैयारियाँ की हैं?
राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी कलेक्टरों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं.
निचले इलाकों और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ और एसडीईआरएफ की टीमें तैनात की जा रही हैं.
स्कूलों में छुट्टी पर भी निर्णय स्थानीय प्रशासन द्वारा मौसम के आधार पर लिया जा सकता है.
राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल की छत गिरने से दर्दनाक हादसा: 4 मासूमों की मौत, 30 से अधिक घायल
सलाह:
मौसम विभाग की चेतावनी का पालन करें
नदियों और झीलों के किनारे जाने से बचें
आपदा की स्थिति में 1079 या स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें