IND vs ENG: पहले टेस्ट के शुरुआती दिन भारतीय टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल ने दमदार प्रदर्शन किया और शतक जड़ा। उन्होंने विपक्षी टीम के खिलाफ शतकीय पारी खेलकर बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली। गिल टेस्ट कप्तान के तौर पर अपने पहले मैच में शतक लगाने वाले चौथे भारतीय बन गए हैं। अब गांगुली ने उनकी तारीफ की है।
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को शुभमन गिल से इंग्लैंड दौरे पर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उनका मानना है कि अगर युवा कप्तान के पैरों की मूवमेंट पहले दिन की तरह ही बेहतरीन रही तो वह विदेशी सरजमीं पर भी ढेरों रन बनाएंगे। बता दें कि, भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स में खेला जा रहा है। इस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया है।
क्रिकेट
पहले टेस्ट के शुरुआती दिन भारतीय टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल ने दमदार प्रदर्शन किया और शतक जड़ा। उन्होंने विपक्षी टीम के खिलाफ शतकीय पारी खेलकर बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली। गिल टेस्ट कप्तान के तौर पर अपने पहले मैच में शतक लगाने वाले चौथे भारतीय बन गए हैं। अब गांगुली ने उनकी तारीफ की है।
विस्तार
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को शुभमन गिल से इंग्लैंड दौरे पर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। उनका मानना है कि अगर युवा कप्तान के पैरों की मूवमेंट पहले दिन की तरह ही बेहतरीन रही तो वह विदेशी सरजमीं पर भी ढेरों रन बनाएंगे। बता दें कि, भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला लीड्स में खेला जा रहा है। इस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया है।
IND vs ENG: इंग्लैंड के खिलाफ शुभमन गिल की यह चूक उन पर पड़ सकती है भारी, आईसीसी उठा सकता सख्त कदम
गिल ने पहले दिन जड़ा शतक
पहले टेस्ट के शुरुआती दिन भारतीय टीम के युवा कप्तान शुभमन गिल ने दमदार प्रदर्शन किया और शतक जड़ा। उन्होंने विपक्षी टीम के खिलाफ शतकीय पारी खेलकर बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली। गिल टेस्ट कप्तान के तौर पर अपने पहले मैच में शतक लगाने वाले चौथे भारतीय बन गए हैं। उनसे पहले विजय हजारे, सुनील गावस्कर और विराट कोहली ऐसा कर चुके हैं। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक गिल ने 175 गेंदों पर 16 चौकों और एक छक्के की मदद से 127 रन बनाए और नाबाद रहे।
गांगुली ने की तारीफ
पहले दिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने ‘मिडिल और ऑफ’ लाइन पर फुल लेंथ गेंदबाजी की। इस चुनौती का गिल ने आसानी से सामना किया और ‘वी’ रीजन में कुछ अच्छे शॉट्स खेले। गांगुली ने कहा- ‘मैं घर से बाहर उनके पैरों की हरकत देखकर बहुत खुश हूं, घर से बाहर उनमें बहुत सुधार हुआ है। शुभमन के पैरों की मूवमेंट शानदार थी, उन्होंने कोई गलती नहीं की। मुझे लगता है कि इंग्लैंड को उस विकेट पर गेंदबाजी नहीं करनी चाहिए थी और उन्होंने अच्छी गेंदबाजी भी नहीं की। उनके (गिल के) पैरों की हरकत शानदार थी, मुझे उम्मीद है कि यह उनके लिए एक स्थायी चीज होगी क्योंकि अगर वह इंग्लैंड और विदेशी परिस्थितियों में इसी तरह बल्लेबाजी करते रहे तो वह बहुत सारे रन बनाएंगे।
‘बदलाव के दौर से गुजर रही भारतीय टीम को लेकर चिंतित नहीं हैं गांगुली
रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद शुभमन गिल को कप्तान बनाया गया है। विराट कोहली और रविचंद्रन भी इस प्रारूप को अलविदा कह चुके हैं। ऐसे में भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है, जिसकी कमान गिल के हाथों में हैं। इस विषय में बात करते हुए गांगुली ने कहा कि उन्हें बदलाव की चिंता नहीं है क्योंकि भारत के पास प्रतिभा का भंडार है। इस दौरान उन्होंने यशस्वी जायसवाल का जिक्र किया। गांगुली ने आगे कहा- ‘मैं भारतीय क्रिकेट को लेकर कभी चिंतित नहीं था। कोई तो होगा जो भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएगा। मैं यशस्वी (जायसवाल) से हैरान नहीं हूं क्योंकि मैं उन्हें एक शानदार बल्लेबाज मानता हूं, वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें सभी प्रारूपों में खेलना चाहिए।’
यशस्वी ने जड़ा शतक
लीड्स टेस्ट के पहले दिन बाएं हाथ के बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने 144 गेंदों का सामना किया और अपने टेस्ट करियर का पांचवां शतक पूरा किया। इसी के साथ वह पांचवें भारतीय बल्लेबाज बन गए जिसने इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट पारी में शतक जड़ा। उन्होंने शतक से पहले 96 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया था।
‘विराट की जगह लेना आसान नहीं’
शुभमन गिल इस मुकाबले में नंबर चार पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। इससे पहले विराट कोहली इस स्थान पर बल्लेबाजी करते थे। गांगुली का मानना है कि विराट जैसे बल्लेबाज की जगह लेना आसान नहीं है, लेकिन जिस तरह की बल्लेबाजी गिल ने की है वह उससे प्रभावित हैं। गांगुली ने आगे कहा- ‘विराट एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं, उनका विकल्प खोजने में समय लगेगा। लेकिन बाकी मैं नहीं था, शुभमन के साथ मैंने जो देखा उससे मैं हैरान नहीं था। भारतीय क्रिकेट में बहुत अधिक गुणवत्ता है क्योंकि सिस्टम, घरेलू क्रिकेट की गुणवत्ता, लीग, खिलाड़ियों को विकसित करने में एसोसिएशन द्वारा लगाया जाने वाला समय और पैसा है।’