वाशिंगटन, 14 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में बहुत बड़ा व्यक्तिगत योगदान दिया और उनके दूसरे कार्यकाल के दौरान दोनों पक्ष अधिक तेजी से काम करेंगे।
राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को अपना बहुत अच्छा दोस्त कहा।
राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए व्हाइट हाउस लौटने के बाद दोनों नेताओं ने पहली बार स्पष्ट गर्मजोशी, मित्रता और परिचय के साथ मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने अपने घनिष्ठ संबंधों का उल्लेख किया और बताया कि वह इसका उपयोग भारत-अमेरिका संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए कैसे करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप के पहले कार्यकाल और संबंधों में हुई प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा, ”मेरे लिए खुशी की बात है कि आते ही राष्ट्रपति ट्रंप ने एक मित्र की तरह मुझे पुराने अहमदाबाद के स्टेडियम की याद दिलाई। ये बात सही है कि ह्यूस्टन में हाउडी मोदी और गुजरात में अहमदाबाद में नमस्ते ट्रंप वो दो ऐसे बहुत विशाल कार्यक्रम रहे जिसकी गूंज आज भी भारत के हर कोने में सुनाई दे रही है। भारत-अमेरिका संबंधों को प्रगाढ़ बनाने में, उसको एक नई ऊंचाई देने में और व्यापकता देने में राष्ट्रपति ट्रंप की पहले टर्म की बहुत बड़ी भूमिका रही है और मुझे विश्वास है कि दूसरे टर्म में भी हम उसी गति से आगे बढे़ंगे। मैंने जैसे भारत के नागरिकों को वादा किया है कि मैं तीसरे टर्म में तीन गुना गति से काम करूंगा और मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति ट्रंप के साथ आने वाले चार वर्ष हम भारत-अमेरिका के संबंधों की गति में दोगुना गति से काम करेंगे।”
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप की सराहना करते हुए कहा कि वह भी उनकी तरह भारत के राष्ट्रीय हित को हर चीज से ऊपर रखते हैं। उन्होंने कहा, “एक बात जिसकी मैं गहराई से सराहना करता हूं, और जो मैंने राष्ट्रपति ट्रंप से सीखी है, वह यह है कि वह राष्ट्रीय हित को सर्वोच्च मानते हैं। उनकी तरह मैं भी भारत के राष्ट्रीय हित को हर चीज से ऊपर रखता हूं।”
राष्ट्रपति ट्रंप ने बातचीत के एजेंडे को स्पष्ट किया, जिससे पीएम मोदी के साथ अपनी बातचीत में अमेरिका के राष्ट्रीय हित को आगे बढ़ाने की उनकी उत्सुकता स्पष्ट रूप से प्रदर्शित हुई।
ट्रंप ने कहा कि वह हमारे तेल और गैस की बहुत अधिक खरीदारी करने वाले हैं। हमारे पास दुनिया के किसी भी देश से कहीं अधिक तेल और गैस है, और उन्हें इसकी ज़रूरत है, और हमारे पास यह है। हम व्यापार के बारे में बात करेंगे, हम कई चीजों के बारे में बात करेंगे, लेकिन वास्तव में यह सम्मान की बात है कि आपसे मिल रहा हूं, और आप मेरे लंबे समय के दोस्त रहे हैं।
ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक का पूर्वावलोकन करते हुए पहले संवाददाताओं से कहा कि दोनों पक्ष व्यापार समझौते पर काम करना फिर से शुरू करेंगे और उम्मीद है कि 2025 में इसे पूरा कर लिया जाएगा।