भारतीय डाक विभाग ने अपनी 50 साल से भी अधिक पुरानी प्रतिष्ठित रजिस्ट्री सेवा बंद करने का ऐलान कर दिया है। 1 सितंबर से नागरिक अब पार्सल या दस्तावेज़ सस्ती रजिस्ट्री सेवा के ज़रिए नहीं भेज पाएंगे। इसकी जगह अब केवल स्पीड पोस्ट सेवा ही उपलब्ध होगी।
अब महंगा होगा पार्सल भेजना
अब तक 20 ग्राम का पार्सल लगभग 26-27 रुपये में रजिस्ट्री से भेजा जा सकता था, लेकिन स्पीड पोस्ट से यही पार्सल भेजने के लिए 41 रुपये चुकाने होंगे—यानी करीब 75% ज्यादा खर्च।
विभाग का तर्क
डाक विभाग के उप महानिदेशक (मेल) दुष्यंत मुदगिल ने बताया कि रजिस्ट्री और स्पीड पोस्ट जैसी समान सेवाओं को चलाने में दोहरी मैनपावर और संसाधनों की खपत हो रही थी। विलय के बाद न केवल संचालन दक्षता बढ़ेगी बल्कि ट्रैकिंग सिस्टम भी बेहतर होगा और ग्राहकों को अधिक सुविधा मिलेगी।
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डिजिटल पेमेंट से होगी आसानी
अगस्त से डाकघर की सेवाओं में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। नया आईटी सिस्टम और एप्लिकेशन लागू किया जा रहा है, जिसके जरिए UPI से भुगतान संभव होगा। इसका मतलब है कि कैश में भुगतान करते समय छुट्टे पैसों की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।