इंदौर. मंगलवार सुबह इंदौर से रायपुर जा रही इंडिगो फ्लाइट (संख्या 6E-7295) में उस समय हड़कंप मच गया, जब उड़ान भरने के लगभग 30 मिनट बाद विमान को तकनीकी गड़बड़ी के चलते आपातकालीन रूप से वापस इंदौर एयरपोर्ट पर लैंड कराना पड़ा. राहत की बात यह रही कि विमान में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं.
क्या हुआ उड़ान के दौरान?
इंडिगो की यह फ्लाइट सुबह 6:35 बजे देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट से रायपुर के लिए रवाना हुई थी. उड़ान भरने के करीब 30 मिनट बाद यात्रियों को विमान में एक तेज झटका महसूस हुआ. इसके तुरंत बाद पायलट ने घोषणा की कि तकनीकी कारणों से विमान को वापस इंदौर लाया जा रहा है. विमान सुबह 7:15 बजे सुरक्षित रूप से इंदौर एयरपोर्ट पर उतार लिया गया.
क्यों कराई गई इमरजेंसी लैंडिंग?
एयरपोर्ट के टर्मिनल मैनेजर के अनुसार, उड़ान के दौरान पायलट को एक “फॉल्स अलार्म” (झूठा तकनीकी संकेत) मिला. हालांकि यह एक वास्तविक गड़बड़ी नहीं थी, लेकिन सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत पायलट ने जोखिम न लेते हुए विमान को तुरंत वापस मोड़ने का फैसला लिया. यह कदम यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज़ से बेहद सराहनीय बताया गया.
क्या हुआ बाद में?
सभी यात्रियों को सुरक्षित विमान से उतार लिया गया.
तकनीकी जांच के बाद इंडिगो ने इस फ्लाइट को रद्द कर दिया.
यात्रियों को विकल्प दिया गया कि वे या तो पूरे पैसे की वापसी ले सकते हैं, या अगली उपलब्ध फ्लाइट में रीशेड्यूलिंग करा सकते हैं.
इंडिगो की प्रतिक्रिया:
एयरलाइंस ने अपने बयान में कहा कि,
“यात्रियों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है. तकनीकी चेतावनियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, चाहे वे फॉल्स अलार्म ही क्यों न हों. हमारी टीम ने तय मानकों के अनुसार तुरंत कार्रवाई की और सभी यात्रियों को सुरक्षित रखा गया.”