इंदौर. रंगपंचमी का पर्व इंदौर में हर साल खास धूमधाम से मनाया जाता है, और इस बार यह पर्व और भी विशेष होने जा रहा है. इस वर्ष, इंदौर गेर की रंगपंचमी के अवसर पर विशाल गेर (जुलूस) का आयोजन किया जाएगा, जिसमें शहरवासी और पर्यटक दोनों ही शामिल होंगे. मारल क्लब की गेर में बोरिंग मशीन से गुलाल उड़ाया जाएगा. इसके अतिरिक्त हिंद रक्षक संगठन की राधाकृष्ण फाग यात्रा भी निकलेगी.
सुबह 9.30 से दोपहर तीन बजे तक राजवाड़ा पर जुटने वाले लाखों लोगों को रंग से भिगोएगी. संगम कार्नर की गेर के लिए आठ हजार किलो फूलों से गुलाल बनाया जा रहा है. कमलेश खंडेलवाल ने बताया कि गेर का यह 75वां वर्ष है. गेर की खासियत यह है कि इसमें मुख्य आकर्षण श्रीनाथजी मंदिर के दर्शन होंगे, जहां भक्त सजीव रूप में भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना कर सकेंगे.
इस वर्ष गेर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें स्थानीय कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे. रंगों से भरी इस महापर्व पर सभी लोग एकत्र होकर रंग बिरंगे रंगों के साथ एक-दूसरे पर रंग डालेंगे और एकजुटता का संदेश फैलाएंगे.
पिछले वर्ष जहां अयोध्या में बने राम मंदिर की प्रतिकृति बनाई गई थी, वहीं इस बार नाथद्वारा का श्रीनाथ मंदिर नजर आएगा. इसके साथ ही भगवान कृष्ण गोवर्धन पर्वत उठाए हुए एक झांकी में दिखेंगे. 100 से अधिक भगवा ध्वजा लेकर युवक व महिलाएं चलेंगी. टेसू के फूलों का प्राकृतिक रंग उड़ाया जाएगा.
स्थानीय प्रशासन ने गेर के संचालन के लिए सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली हैं. इस बार सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जाएगा, ताकि सभी श्रद्धालु बिना किसी चिंता के इस खुशियों भरे पर्व का आनंद ले सकें.
रंगपंचमी के इस रंगीन उत्सव में शामिल होने के लिए देश-विदेश से पर्यटकों के आने की उम्मीद है. शहर की विशेष शान, इंदौर की रंगपंचमी, न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यहाँ की संस्कृति और परंपराओं को भी दर्शाती है.
इस बार की रंगपंचमी निश्चित रूप से इंदौर को एक नई पहचान दिलाएगी. सभी इंदौरीवासियों और पर्यटकों को इस अद्भुत अवसर का लाभ उठाने और भारतीय संस्कृति का आनंद लेने के लिए आमंत्रित किया गया है.