नई दिल्ली. पश्चिम एशिया में हालात दिन-ब-दिन गंभीर होते जा रहे हैं. इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि इजराइल जल्द ही ईरान पर सैन्य हमला कर सकता है. इसको लेकर अमेरिका को पहले ही सूचित कर दिया गया है. अमेरिका की प्रमुख समाचार एजेंसी CBS न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि अमेरिका ने इराक से अपने गैर-जरूरी स्टाफ को हटाने का आदेश दे दिया है.
अमेरिका की बड़ी कार्रवाई
अमेरिकी विदेश विभाग ने आदेश जारी करते हुए कहा कि इराक में मौजूद गैर-जरूरी सरकारी कर्मचारी और उनके परिवारों को तत्काल देश छोड़ने को कहा गया है. विभाग का कहना है कि इराक की सुरक्षा स्थिति अत्यधिक तनावपूर्ण हो गई है, और अमेरिकी हितों पर हमले की आशंका बढ़ गई है.
ईरान से खतरे की आशंका
अमेरिका को डर है कि अगर इजराइल ने ईरान पर सैन्य हमला किया, तो ईरान इराक में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई कर सकता है. इसी वजह से एहतियातन ये कदम उठाए गए हैं.
ट्रम्प का बड़ा बयान
अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी हालात की गंभीरता पर टिप्पणी करते हुए कहा:
“ईरान को परमाणु हथियार नहीं मिल सकते. यह सीधी और स्पष्ट बात है. हम ऐसा नहीं होने देंगे.”
उन्होंने यह भी कहा कि मिडिल ईस्ट के कुछ देशों से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाया जा रहा है, क्योंकि वहां हालात बेहद खतरनाक हो सकते हैं.
ईरान की चेतावनी
दूसरी ओर, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने यूरोपीय देशों को चेतावनी दी है कि अगर IAEA (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) की बैठक में ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर कोई प्रस्ताव लाया गया, तो ईरान कड़ी प्रतिक्रिया देगा.
बातचीत की कोशिशें जारी
तनाव के बीच भी अमेरिका के मिडिल ईस्ट दूत स्टीव विटकॉफ अब भी ईरान के साथ परमाणु समझौते को लेकर छठे दौर की बातचीत की तैयारी कर रहे हैं, जो कुछ ही दिनों में प्रस्तावित है.