जबलपुर. सगाई और लगुन का कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद लड़की पक्ष विवाह की तैयारियों में लगा हुआ था. दहेज लोभी ससुराल पक्ष ने विवाद से एक सप्ताह फोन पर दहेज में 11 लाख रुपये तथा कार की मांग करने लगे. बातचीत करने पर मांग पूरी नहीं होने पर लडके पक्ष की तरफ से शादी तोड़ने की धमकी दी गयी. जिसके बाद युवती ने थाने पहुंचकर लड़के पक्ष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई.
गोहलपुर थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार 22 वर्षीय युवती ने थाने आकर रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसकी विवाह अधारताल सुहागी कृष्णा कॉलोनी निवासी शैलेन्द्र झारिया से 6 मई को होना निर्धारित था. ओली भराई तथा वर इच्छा का कार्यक्रम घर से हुआ था तथा लगुन और सगाई का कार्यक्रम गुलजार होटल में 27 अप्रैल को संपन्न हुआ.
सगाई में लड़के वालों को दो लाख रुपये नगद व एक सोने की अंगूठी कीमती सवा लाख व 60 हजार रुपये के कपड़े दिये गये. सगाई के दो दिन बाद 29 अप्रैल को उसके पिताजी के फोन पर लडक की मॉ ने फोन कर ग्यारह लाख रुपये नगद व एक कार मांग करते हुए शादी नहीं की घमकी दी.
इस संबंध में लडकी पक्ष के लोग चर्चा करने लडके पक्ष के घर गये. लडकी पक्ष के लोगों ने उक्त रकम व कार देने में असमर्थता व्यक्त की. जिस पर शैलेन्द्र झारिया एवं उनकी मां सरोज झारिया, पिता भगवत झारिया, बहन शिल्पी झारिया, भाई पवन राज, आस्था झारिया, शुभम झारिया, चंद्रिका मेहरा, उमा झारिया ने शादी करने से इंकार कर दिया. इसके अलावा उसी दिन लडके की दूसरी युवती से शादी करवाने की धमकी दी.
युवती की तरफ से बताया गया कि बारात घर, टेंट , कैटरिंग, बेंड, कैमरे की एडवांस बुकिंग के अलावा शादी के कार्ड का बांटे जा चूके है. लडके पक्ष द्वारा दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर रिश्ता तोडे जाने से उसकी एवं उसके परिवार की सामाजिक बदनामी हुयी है. जिस कारण वह आर्थिक एवं मानसिक रूप से अत्याधिक परेशान है. शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे विवेचना में लिया है.