जबलपुर. ट्रांसपोर्ट नगर व्यापारी संघ के अध्यक्ष ने स्वयं और अपने परिजनों के नाम पर ट्रांसपोर्ट नगर के न सिर्फ 13 भूखंड हथिया लिए बल्कि भूखंडों की बंदरबांट कर ट्रांसपोर्ट व्यापारियों को किराए पर देकर अरसे से धन उगाही कर रहे हैं.
जबलपुर गुड्स ट्रांसपोर्ट (टेक्निक) एसोसिएशन ने ट्रांसपोर्ट नगर व्यापारी संघ के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल उर्फ बबलू पर यह गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राजेश ने कथित तौर पर ट्रांसपोर्ट व्यापारी न होते हुए भी अपने नाम से 3, अपनी पत्नी के नाम से 4, माँ के नाम से 3, बेटे के नाम पर 2 और बेटी के नाम पर 1 भूखंड सहित करीब 13 भूखंड हथियाए.
जबलपुर गुड्स ट्रांसपोर्ट (टेक्निक) एसोसिएशन ने आरोप लगाया हैं कि नगर निगम के ट्रांसपोर्ट नगर में भूखंडों को लेकर यह बड़ी गड़बड़ी की गई. इस गड़बड़ी में न सिर्फ कथित तौर पर ट्रांसपोर्ट नगर व्यापारी संघ के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने 13 भूखंड हथियाए बल्कि इन भूखंडों पर निर्माण कराकर सभी को किराए पर देकर अवैध रूप से लाभ कमा रहे हैं.
जबलपुर गुड्स ट्रांसपोर्ट (टेक्निक) एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी और सचिव महेंद्र सिंह ठाकुर ने नगर निगम आयुक्त को इस संबंध में गत दिवस एक शिकायत दी. शिकायत में आयुक्त के ध्यान में यह तथ्य लाया गया है कि ट्रांसपोर्ट नगर चंडालभाटा में स्थित नगर निगम के 572 भूखंडों में से 13 भूखंड राजेश अग्रवाल अध्यक्ष ट्रांसपोर्ट नगर व्यापारी संघ जबलपुर द्वारा गलत तरीके से हथिया लिए गए हैं.
आयुक्त को सौंपी गई भूखंडों की इस बंदरबांट में यह जानकारी दी गई है कि भूखंड क्रमांक डी-9 तथा डी-16, भूखंड क्रामांक 57 राजेश अग्रवाल के नाम से हैं. जिन्हें राजेश अग्रवाल ने सुधीर ट्रांसपोर्ट तथा मुंबई गोल्डन ट्रांसपोर्ट और बेटरी हाउस को किराए पर दे दिया है.
इसी तरह भूखंड क्रमांक ई-7, भूखंड क्रमांक, 33, 56 तथा ई-23 राजेश अग्रवाल की पत्नी नीलम अग्रवाल के नाम नगर निगम में आवंटित किए हैं और इस भूखंड पर निर्माण कराकर विराग रोडवेज के विराग पौराणिक तथा मुंबई गोल्डन ट्रांसपोर्ट के प्रदीप भागचंदानी को किराए पर दे दिया गया है.
भूखंड क्रमांक ई-8/1 यह भूखंड राजेश अग्रवाल की माँ श्रीमती सुशीला अग्रवाल के नाम से नगर निगम में तीन भूखंड आवंटित किए हैं, भूखंड क्रमांक ई-8/1, भूखंड क्रमांक ई-24 तथा भूखंड क्रमांक ई-39/2 के नाम हैं. जिन्हें किराए पर विराग रोडवेज, मुंबई गोल्डन ट्रांसपोर्ट और सुधीर रोड ट्रांसपोर्ट कतथा न्यू मोदी रोड लाइंस को किराए पर दिया गया है.
राजेश अग्रवाल की बेटी पंखुड़ी अग्रवाल को ई-22 भूखंड आवंटित हैं वहीं राजेश अग्रवाल के बेटे पुलकित अग्रवाल के नाम से ई-23-बी2 आवंटित हैं. इस तरह राजेश अग्रवाल और उसके परिजनों के नाम से नगर निगम में दरियादिली दिखाते हुए 13 भूखंड आवंटित कर दिए.
स्वयं नहीं हैं ट्रांसपोर्ट व्यापारी
शिकायत में आरोप लगाया गया कि राजेश अग्रवाल ट्रांसपोर्ट व्यापारी नहीं हैं वे पेशे से वकील हैं और इनके द्वारा ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय नहीं किया जाता. वहीं राजेश अग्रवाल की पत्नी और माँ दोनों ही गृहणी हैं वहीं पुत्री पंखुड़ी अग्रवाल पूना में सीए का जॉब करती है. वहीं राजेश अग्रवाल का बेटा पुलकित अग्रवाल भी नोएडा में जॉब कर रहा है.
इन सभी के द्वारा उन्हें आवंटित भूखंडों पर स्वयं ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय नहीं किया जाता है सभी भूखंडों पर गोदाम बनाकर किराए पर दे दिए गए हैं और लाखों रुपया किराए के रूप में राजेश अग्रवाल कमा रहे है. आयुक्त से यह भी आग्रह किया गया है कि ट्रांसपोर्ट नगर के भूखंड 30 वर्ष की लीज पर दिए गए थे और यह लीज 2022 में समाप्त भी हो चुकी है, इसलिए सभी 13 भूखंडों का आवंटन निरस्त किया जाए और वंचित ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों को यह भूखंड आवंटित किए जाएं.