जबलपुर, देशबन्धु. तहसीलदारों ने अपने साथी तहसीलदार गोरखपुर के खिलाफ ईओडब्लू में मामला दर्ज होने पर नाराजगी जताई है. कलेक्टर के माध्यम से शासन तक अपनी बात पहुंचाने के बाद तहसीलदारों ने अब क्रम बद्ध आंदोलन का ऐलान कर दिया है. इसके लिये पंद्रह दिनों की समय सीमा दी गई है, साथी तहसीलदार के खिलाफ मामला खत्म नहीं होने की स्थिति में काम बंद हड़ताल पर भी जाने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है.
प्रदेश राजस्व अधिकारी संघ के जबलपुर ईकाई के सचिव विकास चंद्र जैन के अनुसार पिछले दिनों गोरखपुर में पदस्थ तहसीलदार भरत सोनी के विरूद्ध आर्थिक अपराध शाखा जबलपुर द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर ली है. इसमे आरोप है कि महेशपुर गोरखपुर मे शिकायतकर्ता की भूमि नामांतरण में गड़बड़ी की गई है.
श्री जैन के मुताबिक जमीन को किसी भी तरह खुरद – बुरद नहीं किया गया है, जो भूमि का असली मालिक है, उसी के नाम पर नामांतरण नियम अनुसार गोरखपुर तहसीलदार सोनी ने किया है. इसके बाद भी उक्त मामला कायम किया गया है.राजस्व मंत्री राजपूत से मिलेंगे-बताया गया कि तहसीलदार संवर्ग को न्यायाधीश संरक्षण प्राप्त होने के बावजूद विधि विरूद्ध प्रकरण बनाया गया है.
मामला खत्म नहीं हुआ तो कामबंद आंदोलन के विकल्प पर मंथन
कलेक्टर दीपक सक्सेना के माध्यम से प्रतिवेदन शासन तक पहुंचाया गया है, इसमें कलेक्टर श्री सक्सेना ने मांगों को लेकर सकारात्मक रूप से विचार मंथन कर शासन से चर्चा करने का भरोसा दिलाया है. इस बीच सोमवार 5 मई से तहसीलदार काली पट्टी लगाकर सांकेतिक रूप से विरोध शुरू कर देंगे.
दो सप्ताह तक गांधी वादी तरीके से रोष व्यक्त किया जायेगा. वहीं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से भी तहसीलदार संघ प्रतिनिधि मंडल मुलाकात कर अपनी बात रखेगा. इस बीच मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन के स्वरूप में प्रदेश राजस्व संघ विचार करने के बाद निर्णय लेगा .