जबलपुर. पुलिस विभाग के शहर के साथ प्रदेश भर के विवेचना अधिकारी जल्द ही हाईटेक नजर आएंगे. ये न सिर्फ हाइटैक नजर आएंगे बल्कि इनकी जांच भी हाईटेक होने जा रही हैं. दरअसल जिले के साथ ही प्रदेश भर के 25 हजार से अधिक विवेचना अधिकारियों को शासन की ओर से जल्द ही टैबलेट उपलब्ध कराई जा रही हैंं.
इस संबंध में शासन की ओर से टैंडर भी जारी कर दिए गए हैं. जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि पुलिस की जांच अब और भी हाईटेक होगी. प्रदेश के 25 हजार से अधिक जांच अधिकारियों को टैबलेट देने के लिए पुलिस मुख्यालय ने टेंडर जारी किया है. बताया जा रहा है कि जल्द ही टैबलेट खरीदी की प्रक्रिया शुरू होगी.
जांच को प्रभावी और पारदर्शी बनाने की कवायद
प्रदेश पुलिस अपराध की जांच को और प्रभावी और पारदर्शी बनाने की कवायद में जुटी हुई है. पुलिस विभाग ने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को आधुनिक तकनीक से लैस करने उन्हें टैबलेट देने की योजना बनाई है. बताया जा रहा हैं कि टैबलेट में नक्शा मौका, एफआईआर, गिरफ्तारी फॉर्म रियल टाइम भरे जा सकेंगे.
अदालत में वर्चुअल पेशी होगी. तलाशी की वीडियोग्राफी भी अनिवार्य होगी. ज्ञात हो कि वर्ष 2022 में 1700 से अधिक टैबलेट बांटे गए थे. तीन साल के अंदर प्रदेश की 425 थानों में 50 हजार से अधिक एफआईआर दर्ज हुई. सबसे ज्यादा जीआरपी ने मामला दर्ज किया. इनमें अधिक से अधिक चलती ट्रेनों में केस दर्ज हुए है.