जबलपुर. जॉय स्कूल के संचालक अखिलेश मेबन की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. सोमवार को मप्र छात्र संगठन (एमपीएसयू) ने श्री मेबन पर जॉय स्कूल के नाम जबलपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) से आवंटित जमीन के दुरूपयोग का आरोप लगाते हुए इस संबंध में जे.डी.ए. के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में कहा गया कि विकास प्राधिकरण की योजना क्रमांक 5 में जबलपुर विकास प्राधिकरण द्वारा जॉय एजुकेशन सोसायटी को प्रायमरी स्कूल संचालन हेतु दी थी.
जिस पर कथित तौर पर भूमि लीज के सारे नियमों को ताक पर रखते हुए गोलमाल एवं शासन से धोखाधड़ी कर उक्त स्थल पर हायर सेकेण्डरी स्तर की स्कूल संचालित किये जाने एवं इसके प्राधिकरण के अधिकारी/कर्मचारियों की मिली-भगत के का आरोप लगाया गया. म.प्र. छात्र संघ के अध्यक्ष अभिषेक पाण्डेय के नेतृत्व में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर उक्त भूखण्ड की लीज समाप्त की कार्रवाई की मांग की.
मामले में स्कूल संचालक आरोपी अखिलेश मेबन की भूमिका को कथित तौर पर विवादास्पद बताते हुए कहा गया कि उन्हें धर्म विशेष पर सोशल मीडिया में टिप्पणी भी की थी तथा उन्हें जेल भी भेजा जा चुका है, इसी तरह इनके द्वारा अनेक फर्जीवाड़ा किये जाते हैं.
जिसमें अवैध फीस वसूली, पुस्तकों एवं गणवेश में कमीशन खोरी, चलती शाला में सरेआम सिगरेट पीना आदि हरकतें की जाती है, जो शिक्षा जैसे पवित्र व्यवसाय को कथित तौर पर कलंकित कर रहे हंै. इसके बाद छात्र संघ के पदाधिकारी, सदस्य एवं सैकड़ों छात्र छात्राओं ने एक रैली सिविक सेन्टर से अंधेरदेव, फुहारा, गंजीपुरा, मालवीय चौक में इस विषय पर जागरूकता अभियान के तहत पम्पलेट बांटे तथा जॉय स्कूल के संचालक के कथित कारनामों का पर्दाफाश किया.
ये रहे मौजूद
ज्ञापन में म.प्र. छात्र संघ अध्यक्ष अभिषेक पाण्डे, जतिन कनौजिया, आकाश खरे, यश रजक, नीरज शर्मा, सृजन तिवारी, हर्षित अवस्थी, राज सिंह, ऋतिक श्रीवास्तव, अनुराग प्रजापति, हर्षित कनौजिया, हर्ष तिवारी, राजवीर कुशवाहा, कृष्णा तिवारी, उदय गुप्ता, नमन केशरवानी, मोन्टी जायसवाल, विवेक मेहता एवं सैकड़ों की संख्या में छात्र छात्राओं ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया तथा प्राधिकरण को कार्यवाही हेतु एक सप्ताह का समय दिया. अन्यथा की स्थिति में उग्र आन्दोलन की चेतावनी छात्र संघ के पदाधिकारियों ने दी.