गांधीग्राम, देशबन्धु.गांधीग्राम के कमानिया गेट, बस स्टैंड, कूड़ा कंजई तिराहा, बाजार में पिचकारी, रंग और अन्य सामग्रियों की दुकानें पिछले साल की तुलना में अधिक लगी है। ग्राम की के बस स्टैण्ड,मुख्य बाजार में इस साल रंगों व पिचकारी की अनेकों दुकानें नजर आ रही हैं। व्यापारियों ने बताया है कि होली पर्व धूमधाम से होली खेलेंगे। इसी कारण व्यापारियों ने इस साल रंगों व पिचकारी की दुकानें अधिक लगाई हैं।
वहीं ग्राहक भी रंग व पिचकारी अधिक खरीद रहे हैं, साथ ही महंगाई का असर भी देखा जा रहा हैं। पिचकारी की दुकान लगाने वाले पंकज चौरसिया,गुलाब व संतोष चौरसिया, धनन्जय लखेरा,रामधनी चौरसिया, नरेश असाटी ने बताया है कि इस पिचकारियों के दाम 30 फीसद तक बढ़े है। इसके कारण भी दुकानें बाजार में कम नजर आ रही हैं।

वेरायटियां हैं उपलबध
भले ही इस साल पिचकारी की दुकानें ज्यादा तो लगी हैं, लेकिन जितनी दुकानें लगी हैं उनमें वेरायटिया उपलब्ध हैं। दुकानदारों ने विभिन्न वेरायटियों की पिचकारियां व मुखौटे दुकान में सजाए हैं। नन्हे बच्चों के लिए विभिन्न कार्टून केरेक्टर वाली पिचकारियां बाजार में हैं। इसके अलावा कार्टून केरेक्टर और विभिन्न तरह के मास्क और मुखौटे हैं।
रात 10 बजे तक जलाएं होली
प्रशासन की समझाइश के कारण समितियों ने इस बार रात 10 बजे तक होली जलाने का समय निर्धारित किया है। इसमें भी समिति के लोग भी मौजूद रहेंगे। गांधीग्राम में लगभग एक दर्जन से अधिक स्थानों में होलिका दहन किया जाएगा। सभी को रात 10 बजे के पहले तक होलिका दहन करने कहा गया है।
संभलकर खेलें होली
होली में जमकर रंग गुलाल का उपयोग होता है। पिछले कुछ वर्षों से रसायनिक और केमीकल युक्त रंग गुलाल बाजार में बिक रहे हैं। इसी के चलते होली संभलकर खेलें। होली पर्व के अवसर पर रंग गुलाल के अलावा तरह तरह के डिब्बों में पैक रासायनिक रंग बाजार में उतर आए हैं। देशी पिचकारियों की जगह प्लास्टिक की पिचकारियां नए नए रूप में बाजार में बिक रही हैं। रंग गुलाल की जगह रासायनिक रंगो के प्रयोग से बचने की सलाह के बावजूद इनके प्रयोग में बढ़ोत्तरी देखी जा रही हैं।