जबलपुर. सिविल लाइन थाना अंतर्गत स्थित पुलिस महानिरीक्षक आईजी बंगले से महज 50 मीटर की दूरी पर स्थित विष्णु रजक के मकान पर देर रात कुछ हथियारबंद युवकों ने हमला कर जमकर उत्पात मचाया. यह पूरा घटनाक्रम 10 से 15 मिनट तक चलता रहा हमलावरों ने जी भरकर पथराव किया.
दरवाजा तोडकऱ घर के अंदर घुसे और वहां खड़े दो पहिया वाहनों में जमकर तोडफ़ोड़ की. फिर वाहनों में आगजनी करने का भी प्रयास किया. इतना सब कुछ होते हुए भी पुलिस की पेट्रोलिंग टीम या डायल 100 के गश्ती वाहन वहां नहीं पहुँचे. इस हमले में विष्णु रजक की मृत्यु हो गई. हालांकि चर्चा है कि विष्णु की मौत हार्ट अटैक से हुई है, जिसके बाद परिजनों ने शव रखकर थाने के सामने प्रदर्शन किया.
रजक समाज के युवा नेता विजय रजक और उनके परिजनों ने यह आरोप लगाया है कि जब हमलावरों ने घर में जबरदस्ती घुसकर तोडफ़ोड़ शुरू की और जमकर पथराव किया इस दौरान हमलावरों को रोक रहे विष्णु प्रसाद रजक की गिर जाने के कारण मौत हो गई है. पुलिस द्वारा अभी तक आरोपियों के खिलाफ इस संगीन अपराध करने के बाद भी किसी प्रकार का कोई अपराध दर्ज नहीं किया गया.इस घटना से नाराज रजक समाज के लोगों ने और परिजनों ने दोपहर बाद मृतक का शव सिविल लाइन थाने के समक्ष रख प्रदर्शन शुरू कर दिया था.
सिविल लाइन थाने में कानून व्यवस्था कितनी बुरी स्थिति में है इस बात का अंदाजा भी इस बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस महानिदेशक के बंगले के बाजू में देर रात में लगभग 10 मिनट तक अपराधियों ने एक परिवार पर घर में घुसकर हमला करके उत्पात मचाते रहे.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियों में साफ दिख रहा है कि हमलावरों ने बड़े इतमिनान से पहले घर पर पथराव किया फिर घर का मुख्य दरवाजा तोड़कर यह घर में घुसे और अंदर रखी मोटरसाइकिल वह अन्य वाहनों में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी. जबकि जिस जगह वारदात हुई वहा सैन्य सेवा के बड़े-बड़े कार्यालय और पुलिस के मुख्य अधिकारी महानिदेशक के बंगले और कार्यालय होने के कारण अति संवेदनशील है. जिससे उक्त क्षेत्र में पुलिस की पेट्रोलिंग की भी पोल खुल गई.