जबलपुर, देशबंधु. स्कूली शिक्षा स्तर से लेकर उच्च स्तर तक आयोजित की जा रही परीक्षाओं को लेकर जिम्मेदारों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. आगामी 25 फरवरी को होने वाली एमपी बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक करने के नाम पर जहां सोशल मीडिया ग्रुप बनाकर कथित तौर पर फीस लेकर पेपर लीक करने के दावे किए जा रहे हैं.
वहीं हाल ही में शुरू हुए सीबीएसई के पहले पेपर के कथित लीक के मामले में स्थिति यह है कि बोर्ड को खुलकर यह स्पष्ट करना पड़ रहा है कि कोई पेपर लीक नहीं हुआ. पिछले दिनों हुए एमपीपीएससी के पेपर के कुछ प्रश्नों को चुनौती देने के लिए अभ्यर्थियों ने तैयारी शुरू कर दी है.
खासकर परीक्षाओं को लेकर स्कूली स्तर से लेकर उच्च स्तर तक कथित चरमराई व्यवस्थाओं को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अपने विभागों पर नकेल कसने की बजाय अन्य उपायों पर ज्यादा ध्यान देते नजर आ रहे हैं.