जबलपुर, देशबन्धु. अतिशीघ्र शहर को एक नया नॉन मोटरेवल ट्रैक मिलने जा रहा है जो कि ओमती नाले को कवर्ड करके बनाया जा रहा है पहले इसकी लम्बाई 5 किलोमीटर थी चूंकि बस स्टेण्ड से जिला पंचायत तक के हिस्से का समय पर टेन्डर न होने के कारण निर्माण रद्द कर दिया गया है जिससे इसकी लम्बाई 5 किलोमीटर से घटकर 3 किलोमीटर रह गई है.
नए मिलने वाले नए नॉन मोटरेवल ट्रैक से न सिर्फ पैदल चलने वालों को सुरक्षित रोड मिलेगी बल्कि साईकिल के शौकीन लोगों को भी एक सुरक्षित ट्रैक मिलेगा निश्चित तौर पर शहर के लिए एक नायाब तोहफा होगा यहां गौरतलब है एक दशक पहले शहर का पहला नॉन मोटराईज ट्रैक कटंगा से गौरीघाट तक लगभग साढ़े पांच किलोमीटर था और जिसे तत्तकालीन मुख्यमंत्री ने भी खूब सराहा था वर्तमान में कई जगह से उखड़ गया है और अतिक्रमण को कई जगह सांई मंदिर के पास फल के ठेले और कारें जगह-जगह खड़ी हैं नगर निगम की ढर्राशैली से यह ट्रैक अंतिम सांसे गिन रहा है.
अब इन हालातों में जो नया नॉन मौटराईज शहर को मिलने वाला है अगर वो भी इसी तरह की उपेक्षा का शिकार हो गया तो यह जनता की गाढ़ी कमाई का दुरूपयोग ही होगा निश्चित तौर पर इस तरह के ट्रैक न सिर्फ शहर को एक नई पहचान देते हैं बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाते हैं लेकिन यह तभी होगा जब न सिर्फ इनका समुचित रखरखाव हो साथ ही इनमें समय समय पर अधिकारी भी भ्रमण के लिए निकले जिससे इसकी वास्तविकता से रूबरू होते रहें.