जबलपुर. किसी हादसे या अन्य कारणों से किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ विधिक सलाह भी पुलिस अधिकारियों एवं अन्य को आसानी से उपलब्ध होगी. शहर के विक्टोरिया जिला चिकित्सालय में जल्द ही मेडिको लीगल विशेषज्ञ की तैनाती होने जा रही हैं.
ये विशेषज्ञ पीएम रिपोर्ट के साथ विधिक सलाह भी देंगे जिससे न सिर्फ विवेचना में पारदर्शिता आएगी बल्कि न्याय में तेजी आएगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केवल जिले के ही नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य जिला अस्पतालों में भी इन विशेषज्ञों की तैनाती करने का निर्णय लिया गया हैं जिस पर जल्द नियुक्तियां की जाएंगी.
इसलिए उठाया जा रहा कदम
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शासन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को इंडियन पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड (आईपीएचसी) के अनुरूप बनाने की दिशा में यह बड़ा कदम उठाया गया है. हर जिला अस्पताल में अब मेडिको लीगल यानी फोरेंसिक विशेषज्ञ की नियुक्ति की जाएगी. ये विशेषज्ञ न केवल संवेदनशील मामलों में पोस्टमार्टम करेंगे बल्कि मेडिको लीगल ओपिनियन भी देंगे. यह फैसला प्रदेशभर में 46 हजार 491 स्वास्थ्य पदों की भर्ती प्रक्रिया के तहत लिया गया है.
फोरेंसिक विशेषज्ञ इसलिए जरूरी
चिकित्सा क्षेत्र के जानकारों की मानें तो अब तक, जटिल, रहस्यमय मौत के मामलों में सभी दस्तावेज भोपाल स्थित गांधी मेडिकल कॉलेज के मेडिको लीगल इंस्टीट्यूट भेजे जाते थे. इससे न केवल देरी होती थी बल्कि संसाधनों पर भी दबाव बनता था. हर जिले में एक फोरेंसिक विशेषज्ञ नियुक्त होने से न सिर्फ पोस्टमार्टम रिपोर्ट ज्यादा सटीक और गुणवत्तायुक्त होगी बल्कि जांच में पारदर्शिता और न्यायालय में दोषसिद्धि की संभावना बढ़ेगी और भोपाल स्थित केंद्र पर अनावश्यक दबाव घटेगा.
तेज और सटीक होगा पोस्टमार्टम
माना जा रहा हैं कि विशेषज्ञों की तैनाती से जटिल मामलों में तत्काल विशेषज्ञ राय मिलने से जांच प्रक्रिया में देरी नहीं होगी. स्थानीय स्तर पर कानूनी सलाह पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र), सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) और सिविल अस्पतालों में भी केस आने पर जिला विशेषज्ञ से राय मिल सकेगी. मेडिको लीगल मामलों को देखते हुए जिला अस्पतालों में सुविधाएं और उपकरण भी बढ़ाए जाएंगे, जिससे काम की गुणवत्ता और गति दोनों बढ़ेगी. यह कयास लगाए जा रहे हैं कि पदों में नियमित, संविदा और आउटसोर्स तीनों प्रकार की नियुक्तियां होंगी.