जबलपुर, देशबन्धु. शहर मे जल संकट का असर मंगलवार को बरकरार था. इस दौरान लाखों की आबादी वाले करीब 30 वार्डो में टैंकरों से पानी की आपूर्ति की गई, लेकिन इसमें भी मांग के अनुरूप टैंकर रिहायशी इलाकों में नहीं पहुंचे. इस बीच टैंकर माफिया भी जबलपुर में सक्रिय हो गया और पांच सौ से एक हजार तक में जरूरतमंदों को टैंकर से पानी देने की बात सामने आई है.
वहीं ननिज प्रशासन ने दावा किया है बुधवार की शाम तक क्षतिग्रस्त पाइप लाइन का सुधार कार्य पूरा हो जायेगा और टेस्टिंग के बाद जल्द ही प्रभावित बाहों में पानी की सप्लाई शुरू कर दी जायेगी. पीडब्लूडी के संबंधित ठेका कंपनी से पाइप क्षतिग्रस्त करने के लिये सुधार कार्यों में आना वाला खर्चा और दूसरी तरह नियमानुसार कार्रवाई हेतु ननिज प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग के आला अधिकारियों को पत्र भी भेज दिया है. उम्मीद की है जल्द से जल्द से उक्त ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई की जाये ताकि दुबारा इस तरह की लापरवाही ठेकेदारों द्वारा न की जाये.
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यहां यह बात ध्यान देने वाली है कि मेडीकल कॉलेज के समीप शास्त्री नगर में सड़क चौड़ीकरण के काम के चलते सामान्तर पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. इससे वैकल्पिक लाइन के तौर पर जबलपुर की आधा जनता को पानी की आपूर्ति करने वाली पाइप लाइन का वाल्व क्षतिग्रस्त हो गया और जला आपूर्ति ठप्प हो गई.
विपक्ष ने इसके लिये नगर सरकार के पूर्ववर्ती सरकारों पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाये हैं, जिसमें पूर्व के सालों में घटिया स्तर की मेन लाइन बिछाने की बात शामिल है. इसलिये अक्सर पानी का प्रेशर अधिक होते ही कभी भी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो जाती है और जनता को बेवजह के जल संकट का सामना करना पड़ता है.
जेसीबी के हथौड़ा से लाइन का वाल्ब क्षतिग्रस्त
गौरतलब है कि मैदानी अमले की लापरवाही से जबलपुर में कई वार्ड में जल संकट गहराया गया है. शुरूआती जानकारी में पता चला है कि मेडीकल के पास शास्त्री नगर बाजनामठ में सड़क चौड़ीकरण काम चल रहा था, उसी दौरान पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया गया जहां पहले से पुरानी पाइप लाइन खराब थी.
वहीं इसके सामानांतर लाइन पर जेसीबी का हथौड़ा चल गया और लाइन का वाल्व क्षतिग्रस्त हो गया. जिसके कारण शहर में करीब चालीस वार्डो के रिहायशी इलाकों में पानी की आपूर्ति ठप्प हो गई. हालांकि ननिज के जवाबदार अमले को भी मौके पर मौजूद रहना था, जब सड़क चौड़ीकरण कार्य पाइप | लाइन के समीप किया जा रहा था.