जबलपुर. राजश्री, केसर सहित अन्य पान मसालों की जांच में कैंसर कारक रसायनों के इस्तेमाल होने की बात सामने आ रही हैं. जांच में यह भी सामने आया कि चमड़े को रंगने में इस्तेमाल होने वाला गैम्बियर रसायन इन पान मसालों में पाया गया, जिसके सेवन से पेट और किडनी पर गंभीर असर पड़ सकता हैं.
एक अनुमान के मुताबिक राजश्री, केसर सहित अन्य पान मसालों की लगभग 1 टन से ज्यादा की खपत प्रतिदिन शहर में हो रही हैं. आलम ये हैं कि अब पान मसाले का सेवन न सिर्फ पुरुष हैं बल्कि महिलाएं और किशोरवय बच्चे भी कर रहे हैं. जो उनकी नसों में जहर घोल रहा हैं.
निर्माताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच में दो प्रसिद्ध पान मसाला ब्रांड-राजश्री और केसर-में कैंसर जनित रसायन गैम्बियर की मौजूदगी की पुष्टि हुई है. यह वही रसायन है जिसका उपयोग चमड़े को रंगने के लिए किया जाता है और इसके सेवन से लिवर, किडनी को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है, साथ ही कैंसर जैसी घातक बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है. जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन ने इन पान मसालों की बिक्री पर रोक लगा दी है और निर्माताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
भोपाल आईटी रेड में सामने आया करोड़ों का घोटाला
गत दिनों पूर्व भोपाल में आयकर (आईटी) विभाग के छापे में कथित तौर पर राजश्री गुटका मालिक द्वारा किए गए करोड़ों रुपए के घोटाले का खुलासा हुआ है. जांच एजेंसियों को भारी मात्रा में अघोषित संपत्ति और कर चोरी के प्रमाण मिले हैं. गौरतलब है कि राजश्री गुटका मालिक पर पहले भी जीएसटी, इनकम टैक्स चोरी के आरोप लग चुके हैं.
पिछले छापों में भी इनके खिलाफ बड़े वित्तीय घोटाले उजागर हो चुके हैं. इस ताजा जांच के बाद, संबंधित अधिकारियों ने कंपनी की वित्तीय लेन-देन और उत्पादन प्रक्रियाओं की गहन जांच शुरू कर दी है. प्रशासन द्वारा इस मामले में सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.