जबलपुर. अपने कुप्रबंधन और प्रबंधन के कुछ अधिकारियों के कारनामों के लिए आस्तित्व संकट से जूझ रहे रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय (रादुविवि) प्रबंधन अब भी सुधार के लिए कोई प्रयास करने तैयार नहीं हैं. हालहीं में यहां बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रादुविवि के बीएससी कृषि संकाय के चौथे सत्र के विद्यार्थियों की बगैर परीक्षा फार्म भरवाएं परीक्षाएं आयोजित करा दी गई. विद्यार्थियों का आरोप हैं कि इस गंभीर लापरवाही के चलते उन के भविष्य पर सवाल खड़ा हो गया है. रादुविवि के परीक्षा विभाग और गोपनीय शाखा की इस आपराधिक त्रुटि से न सिर्फ विवि प्रशासन अनजान बना रहा है बल्कि गलती उजागर होने पर ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों ने आवेदन स्वीकार करने से इनकार कर दिया.
ऐसे सामने आया मामला
विश्वविद्यालय के कृषि संकाय के विद्यार्थियों के अनुसार करीब 30 विद्यार्थियों की परीक्षाएं बिना फॉर्म भरे ही फरवरी माह में आयोजित करा दी गईं. रादुविवि के नियमानुसार परीक्षा फार्म भरना व परीक्षा के लिए 2 हजार 4 सौ 50 रुपए का शुल्क जमा करना अनिवार्य होता है लेकिन इस बार प्रक्रिया को दरकिनार कर दिया गया. परीक्षा केंद्र पर जब शिक्षकों को गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने गुपचुप छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा सेंटर भेजा, जहां आवेदन जांच के दौरान यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ.
नियमानुसार परीक्षा आवेदन के बाद ही कोई भी छात्र परीक्षा में शामिल हो सकता है. मामले में प्रबंधन का कहना हैं कि संभवत: छात्रों की परेशानी या फिर भूलवश इसे करा लिया गया हैं. रादुविवि की परीक्षा नियंत्रक रश्मि टंडन का कहना हैं कि नियमानुसार परीक्षा आवेदन के बाद ही कोई भी छात्र परीक्षा में शामिल हो सकता है. छात्रों की परेशानी या फिर भूलवश इसे करा लिया गया हो तो इसका पता लगाया जाएगा यदि ऐसा हुआ है तो यह गलत है प्रशासन को अवगत कराया जाएगा.