जबलपुर, देशबन्धु. लोक निर्माण विभाग में इन दिनों प्रयोगशाला विंग का काम बढ़ गया है. इसके लिये तकनीकी अधिकारी- कर्मचारियों को अलर्ट मूड पर रखा गया है. इस काम के लिये आला अधिकारियों ने भी जरूरी दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं ताकि सरकार की मंशा के अनुरूप प्रयोगशाला में बिना विलंब जांच रिपोर्ट संबंधित अधिकारी को मिल सके. गौरतलब है कि पीडब्लूडी में सड़कों की गुणवत्ता को बनाये रखने विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
आकस्मिक जांच की जा रही है. इसमें भी जो जिस जिले के अधिकारी हैं, वे अपने जिलों में कामों की जांच नहीं कर सकेंगे. वहां पर दूसरे जिलों के अधिकारी या जानकार काम की गुणवत्ता का स्तर देखने आएंगे.
इसी तरह जबलपुर के अधिकारी अन्यंत्र जिलों में दौरा कर रहे हैं. इस तरह का नया प्रयोग प्रदेश में इस विभाग के मंत्री राकेश सिंह की पहल से शुरू किया गया है जिसके बेहतर परिणाम आने से इंकार जानकार इंकार नहीं कर रहे हैं.
चौबीस घंटे में रिपोर्ट देने का दवाब
वहीं सूत्रों के अनुसार प्रयोगशाला के प्रभारियों पर दवाब रहता है कि जैसे ही उनके पास नमूना या संबंधित मटेरियल आता है, उसकी जांच अगले चौबीस घंटे में संबंधित डिवीजन के उन अधिकारियों को देनी पड़ती है जिनके द्वारा सड़क, पुल-पुलिया की जांच या सेम्पल लिये गये होते हैं. इसके बाद रिपोर्ट मिलने पर संबंधित उस अधिकारी जिसकी देखरेख में काम किया गया है, और काम करने वाले ठेका कंपनी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई का प्रावधान तैयार किया गया है. इसीलिये रिपोर्ट देने में जल्दबाजी की बात कही जा रही है.
बिना तोड़-फोड़ होगी जांच
विभागीय सूत्रों के अनुसार जबलपुर लोक निर्माण विभाग के संभागीय कार्यालय की प्रयोगशाला को और बेहतर बनाया जा रहा है. नई तरह की मशीन और उपकरण लगाये जा रहे हैं. कुछ मशीन विभाग के परिसर में आ गई हैं, इन्हें जल्द ही प्रयोग शाला में लगा दिया जायेगा. इनके बारे में कहा जाता है कि सड़क, पुल इत्यादि के नये कामों को इस तरह की तकनीक और मशीन के माध्यम से बिना किसी टूट-फूट जांचा जा सकेगा. इसमें दूसरे महानगरों के जानकारों की मदद ली जायेगी.